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*जप चर्चा* *02 -02 -2022* *(हरि नाम की महिमा)* *(श्रीमान अमोघ लीला प्रभु द्वारा)* हरे कृष्ण ! यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आज आप सबके समक्ष उपस्थित हो पाया और हरि नाम के विषय में कुछ बोलने का प्रयास करूंगा। ऑफ कोर्स ऐसा नहीं है कि मेरी चैटिंग बड़ी परफेक्ट है। आई एम आल्सो स्ट्रगलर सो वी आर शेयरिंग विद सेम बोट। आप में से कुछ ऐसे डेवोटीज़ भी होते हैं जिनकी चैटिंग बहुत अच्छी चल रही है। बट आई एम स्ट्रगलर, सो आई वुड लाइक टू शेयर समथिंग व्हिच आवर आचार्य से, अबाउट द होली नेम। *ॐ अज्ञान तिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया ।* *चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्रीगुरुवे नम : ।।* *श्री चैतन्यमनोऽभीष्टं स्थापितं येन भूतले । स्वयं रूप: कदा मह्यंददाति स्वपदान्न्तिकम् ।।* *वन्देऽहं श्रीगुरो: श्रीयुतपदकमलं श्रीगुरुन् वैष्णवांच्श्र । श्रीरूपं साग्रजातं सहगणरघुनाथान्वितं तं सजीवम् ।।* *साद्वैतं सावधूतं परिजनसहितं कृष्णचैतन्यदेवं । श्रीराधाकृष्णपादान् सहगणललिताश्रीविशाखानन्वितांश्र्च ।।* *हे कृष्ण करुणासिन्धो दीनबन्धो जगत्पते । गोपेश गोपिकाकान्त राधाकान्त नमोऽस्तु ते।।* *तप्तकाञ्चनगौरांगि राधे वृन्दावनेश्र्वरी। वृषभानुसुते देवि प्रणमामि हरिप्रिये ।।* *वाञ्छाकल्पतरुभ्यश्र्च कृपासिन्धुभय एव च। पतितानां पावनेभ्यो वैष्णवेभ्यो नमो नाम: ।।* *श्रीकृष्ण-चैतन्य प्रभु नित्यानन्द।श्रीअद्वैत गदाधर श्रीवासादि गौरभक्तवृन्द।।* *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे । हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।* *नम ॐ विष्णु-पादाय कृष्ण-प्रेष्ठाय भूतले श्रीमते भक्तिवेदांत-स्वामिन् इति नामिने ।* *नमस्ते सारस्वते देवे गौर-वाणी-प्रचारिणे निर्विशेष-शून्यवादि-पाश्चात्य-देश-तारिणे ॥* *मूकं करोति वाचालं पङ्गुं लङ्घयते गिरिं । यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम् ॥* हरे कृष्ण ! सो आई विल टॉक अबाउट चैटिंग ऑफ हरे कृष्ण महामंत्र तो हरे कृष्ण महामंत्र को लेकर बहुत ही सुंदर श्लोक जिससे मैं शुरुआत करना चाहूंगा जो कि चैतन्य चरितामृत के अंदर आता है बड़ा ही फेमस श्लोक है और साथ ही लोकनाथ स्वामी महाराज जी से हमने कई बार सुना हुआ है और भी महाराज उसको बड़े सुंदर तरीके से कहते हैं। *अनर्पित-चरी चिरात्करुणयावतीर्णः कलौ समर्पयितुमुन्नतोज्वल-रसां स्व-भक्ति-श्रियम् । हरिः पुरट-सुन्दर-द्युति-कदम्ब-सन्दीपितः सदा हृदय-कन्दरे स्फुरतु वः शची-नन्दनः ॥* ( चैतन्य चरितामृत आदि 1. 4) अनुवाद- श्रीमती शचीदेवी के पुत्र के नाम से विख्यात वे महाप्रभु आपके हृदय की गहराई में दिव्य रूप से विराजमान हों। पिघले सोने की आभा से दीप्त, वे कलियुग में अपनी अहैतुकी कृपा से अपनी सेवा के अत्यन्त उत्कृष्ट तथा दीप्त आध्यात्मिक रस के ज्ञान को, जिसे इसके पूर्व अन्य किसी अवतार ने प्रदान नहीं किया था, प्रदान करने के लिए अवतीर्ण हुए। उसकी जो लास्ट लाइन है जो महाराज बताते हैं सदा हृदय-कन्दरे स्फुरतु वः शची-नन्दनः जो हृदय-कन्दरे हैं इसको प्रभुपाद जी ट्रांसलेट करते हैं इनर्मोस्ट चेंबर ऑफ द हार्ट। प्रभुपाद जी ट्रांसलेशन के अंदर यह बताते हैं अभी इनर्मोस्ट चेंबर ऑफ द हार्ट इसका मतलब क्या हुआ हार्ट के अंदर कई सारे चैंबर्स हैं एंड सचिनंदन गौर हरी इस मोस्ट इनर चेंबर, मतलब उसके बाहर भी कुछ चैंबर्स हैं और मोस्ट अंदर वाले चेंबर में राधा कृष्ण और श्री चैतन्य महाप्रभु रहते हैं और हम जो हैं वह चेंबर के बाहर हैं। अब हमको इन सारे चैंबर्स में से होते होते होते होते फिर अंदर पहुंचना है। बाहर एक दरवाजा है अंदर आएंगे तो एक और दरवाजा है और अंदर जाएंगे तो फिर एक दरवाजा है इस तरह से 5 दरवाजे हैं। यह जो 5 दरवाजे हैं इसके विषय में माधुर्य कादंबिनी में बताया है कि यदि कोई व्यक्ति जप करता है तो जप करते समय उसको इन 5 दरवाजों को खोलना पड़ेगा और पांच दरवाजों को खोलने के बाद फिर वह सचिनंदन गौर हरी या फिर राधा कृष्ण के दर्शन कर पाएगा। सबसे बाहर का जो दरवाजा है जब हम भगवान की ओर आना चाहेंगे या भगवान के पास आने का तरीका है वह है चैंटिंग हरे कृष्ण अर्थात सबसे पहले दरवाजा जो कि हम को पार करना पड़ेगा जिसको खोलना पड़ेगा उसका नॉब अंदर भी है और बाहर भी, अतः अंदर जहां से नॉब खोल रहे होते हैं और बाहर से जब नॉब खोल रहे होते हैं तब दोनों नॉब खुल जाते हैं और फिर हम उस में प्रवेश कर सकते हैं इस प्रकार से दूसरा भी है तीसरा भी है चौथा भी है और पांचवा भी है। सबसे पहले जो दरवाजा है वह है स्लीप, जप के वक्त नींद आना क्या बढ़िया सुहान अल्लाह नींद आती है। एक डेवोटीज़ बता रहे थे कि प्रभु जी मेरी नाम जप में इतनी श्रद्धा क्यों है जानते है क्योंकि इसके अंदर कुछ तो है। जब कृष्ण प्रेम का बटन दबाना था तब नींद का बटन दब जाता है। नाम में कुछ तो है। नाम खाली नहीं है भाई, मैं अच्छा खासा फ्रेश बैठता हूं तरोताजा होकर माला छूते ही नींद का बटन छू जाता है। हां लेकिन यह हमने बहुत ही कॉमन ऑब्सटेकल डेवोटीज़ में देखा है जो वाकई में हरे कृष्ण जप में संघर्ष कर रहे हैं। एक बार एक और डेवोटी ने पूछा की व्हाट इज द फिलॉसफी ऑफ नाम जप, आपकी फिलॉसफी क्या है ? भक्तों ने बोला हमारी फिलॉसफी है "चेंट हरे कृष्ण एंड बी हैप्पी" व्यक्ति ने पूछा आप जप कब करते हैं ? भक्त ने उत्तर दिया कि मैं मॉर्निंग में सुबह 5:15 बजे से 7:15 बजे तक करता हूं फिर वह मंदिर आया उसने मंदिर आकर भक्तों को देखा कि वह चैटिंग कर रहे हैं। सोते-सोते हरे कृष्ण हरे कृष्ण न्नन्न राममममम राम कृष्ण कृष्णन्नन्न हरे हरे उसने पूछा यह आपका चेंट हरे कृष्ण और भी हैप्पी है। बिकॉज ऑफ दिस ,चेंट हरे कृष्ण बी हैप्पी, उस भक्त ने बोला कि एक्चुअली मैंने कल जो आपको अपनी फिलॉसफी बताई थी वह अपनी फिलॉसफी की समरी बताई थी चेंट हरे कृष्ण एंड भी हैप्पी, एक्चुअली हमारी फिलॉसफी है "चेंट हरे कृष्ण दैन स्ट्रगल एंड बी हैप्पी", अभी यह लोग संघर्ष कर रहे हैं लेकिन बहुत ही जल्दी यह लोग आनंद में आ जाएंगे। लेकिन हां स्ट्रगल का जो फेज़ होता है वह बहुत लंबा होता है भक्तों की लाइफ मे, सबसे पहला जो स्ट्रगल आता है वह है नींद का और कितनी बढ़िया नींद आती है कि इस दरवाजे को कैसे खोला जाए, मतलब एक जो कॉमन चीज है वह सभी में है कि किस प्रकार नाम में रुचि बढ़ जाए क्योंकि जब नाम में रुचि बढ़ जाएगी तो नींद भी नहीं आएगी, कुछ भी नहीं होगा, लेकिन अब यदि नाम रुचि नहीं है तब मीनवाइल क्या किया जाए पहला दरवाजा खोलने के लिए, वह है ड्रिंक कोल्ड वॉटर एक तो बहुत बड़ा कारण है कि हम जनरली पानी नहीं पीते, शहरों में यदि आप देखें यहां की आबोहवा ऐसी है कि यहां पर पानी का इंटेक बहुत कम है और हम लोग पानी भी कैसे पीते हैं दाल के रूप में कभी दूध के रूप में इसके अलावा लोग जो हैं लिक्विड ज्यादा नहीं लेते और कम पानी की इंटेक्स की वजह से क्या होता है कि लिवर थोड़ा गर्म होता है। जब लीवर गर्म होता है तब चूंकि हार्ट भी पास में ही है और वह ब्लड पंप करता है इससे वह भी थोड़ा वार्म होता है और वही वॉर्मब्लड जो गर्म होकर सर में पहुंचता है तब ब्रेन को लगता है कि यह व्यक्ति बहुत थका हुआ है इसीलिए यहां पर जो ब्लड आ रहा है वह थोड़ा गर्म आ रहा है। इसको सो जाना चाहिए। दूसरा नींद आती है बॉडी में जब वाइटल और मिनरल्स कम होते हैं जैसे कुछ लोगों को 8- 8 या 10- 10 घंटे सोना पड़ता है उसके बाद लोग थके हुए घूम रहे होते हैं एक यह भी कारण होता है नींद के ज्यादा आने का तीसरा यदि आपने रेस्ट प्रॉपर ना लिया हो जैसे कई लोग ऐसे भी हैं जो रात में 11-12 बजे सोते हैं और सुबह 4:00 बजे उठ गए कि हमें जपा करना है। यदि आपने 4 घंटे की नींद ली है, देट इज़ नॉट सफिशिएंट उसकी वजह से भी आपको जप में नींद आ जाएगी। इसीलिए हमको प्रॉपर रेस्ट भी लेना चाहिए और हमको ऑइली फूड भी खाना कम करना चाहिए, स्पेशली शाम को 6:00 बजे के बाद कुछ मत खाइए और यदि बहुत भूख लगी है तो कुछ बहुत हल्का फुल्का अदर वाइज कुछ भी नहीं, कुछ लोग रात को खाते हैं परांठे और फिर मारते हैं खर्राटे, खाओ परांठे मारो खर्राटे, यदि इस स्लोगन के हिसाब से आप चलेंगे तो माशा अल्लाह इंशा अल्लाह आपको इतनी कमाल की नींद आने वाली है ,क्योंकि सारी ऑक्सीजन कहां चली जाती है वह चली जाती है पेट में खाने को डाइजेस्ट करने में, और फिर ऑक्सीजन जब नहीं बचती तो ब्रेन कहता है अब सो जाओ और फिर व्यक्ति आकर सो जाता है। इसीलिए शाम को 6:00 बजे के बाद कुछ नहीं खाना चाहिए। हालांकि जपा टॉक में फिल्म स्टार की बात नहीं करनी चाहिए बट इफ यू आस्क अक्षय कुमार, कैन यू प्लीज शेयर वन हेल्थ आउट ऑफ मैनी हेल्थ टिप्स, उस में से कौन सा है जो आप एक शेयर करना चाहते हैं जो सबसे अधिक इंपॉर्टेंट है। ही सैड आफ्टर 6 पी एम नॉट ईट एनीथिंग, यह बहुत ही इंपॉर्टेंट है। इसीलिए यदि आप शाम के 6:00 बजे से लेकर सुबह 9:00 बजे तक फास्टिंग कर लेते हैं 15 घंटे, आप विश्वास नहीं करेंगे यू हैव सच हेल्थ बेनिफिट्स, अमेजिंग हेल्थ बेनिफिट्स, फास्टिंग कैन रियली अमेजिंग एनीथिंग, तो शाम को 6:00 बजे से लेकर सुबह 9:00 बजे तक कुछ बहुत हल्का फुल्का ले सकते हैं। पानी हो गया जूस ले लिया हल्का-फुल्का एलोवेरा जूस होता है आपको बहुत भूख लगी है तो ले सकते हैं। इसलिए ऑइली फूड कम खाएं रात को कुछ ना खाएं बहुत हल्का फुल्का एकदम लाइट बहुत अच्छा है और इन केस यू आर फीलिंग स्लिपी, श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती महाराज कहते हैं चैंट लाउडली यानी ऊंचा ऊंचा जप करना चाहिए। यदि आप आराम आराम से भी जप करते हो तब भी बहुत नींद आती है इसके लिए थोड़ा उत्साह पूर्वक लाउडली आपको हरे कृष्ण महामंत्र का जाप करना चाहिए यह बहुत जरूरी है। उसके लिए आप सब डेवोटीज़ के साथ में नहीं बैठ पाओगे। यदि आप किसी मंदिर में जाकर जप करते हैं। लेकिन हां यदि आप अकेले में हैं और आप अपने कमरे में है चैंटिंग रूम रीडिंग रूम और बालकनी जहां कहीं भी आप चैंटिंग करते हैं वहां आप तेज तेज चैंटिंग कर सकते हैं उससे भी नींद कम होती है और साथ ही आप नींद से बचना चाहते हैं। दैन पोस्चर शुड बी स्ट्रेट, जितना आप का पोस्चर लचीला होगा, यह फॉरवर्ड बैंट है और यह बैकवर्ड बैंट सो नो कॉनकेव नो कॉम बैक, ये दोनों किसी इवेंट में ठीक नहीं होते, स्ट्रेट बैठना चाहिए और यदि आप पद्मासन में बैठ सकें, ये सबसे अच्छा है। पद्मासन में क्या होता है कि एक पाव एक थाई पर आता है और दूसरा पाव दूसरी थाई पर, यदि इस प्रकार से बैठ सके, यह बहुत अच्छा है। पद्मासन में आप की रीढ़ की हड्डी अपने आप ही सीधी हो जाती है चाहे आप क्लास में हो या जपा में, यदि आपको नींद आ रही है तब आप पद्मासन में बैठ सकते हैं। लेकिन यदि आप थोड़े भारी हैं और थोड़ा मोटे हैं तो आपको पद्मासन में बैठने पर दिक्कत आएगी और यदि ऐसे कोई डिवोटी हैं जो पद्मासन लगा सकते हैं, बहुत अच्छा है सीधे बैठना, आपको यदि हल्की-फुल्की नींद आ रही है तो वह पद्मासन से घट जाती है और भारी-भरकम नींद आ रही है तब आपको दिक्कत आ सकती है इन पद्मासन, नहीं तो पद्मासन बहुत अच्छा है आपकी बैकबोन स्ट्रेट रहेगी, साथ ही यदि आपको चैंटिंग करते हुए नींद आ रही है दैन यू स्टैंड एंड चैंट, कभी-कभी अक्सर देखा जाता है कि डेवोटीज़ चैंटिंग में बैठे रहते हैं और झूलते रहते हैं राम राम राममममम रामममममम राम ऐसे करते करते 2 घंटे बिता देते हैं तब एडमिट करना चाहिए कि मुझे नींद आ रही है अमोघ लीला दास जी बिल्कुल नींद आ रही है। तब खड़े हो जाइए और फिर खड़े होकर जप करिए, अच्छा खड़े होकर भी यदि आपको नींद आ रही हो तो चलिए चल करके फिर आप जपा करिए और यदि आपको चल करके भी नींद आ रही है तो दौड़ करके जपा मत करिए, सो जाइए अपनी जप माला से कहिए हे हरि नाम प्रभु मुझे इस वक्त बहुत कमाल की नींद आ रही है इसीलिए मैं अभी आधा पौना घंटा सोने के लिए जा रहा हूं टेक गुड रेस्ट, यदि आपने दौड़ते दौड़ते जप किया और आप गिरे, क्योंकि उसमें आपको नींद आ गई, फिर आपको चोट लगेगी, फिर लोग आपसे पूछेंगे कि भाई आपको यह चोट कैसे लगी, आप बताएंगे कि वो चैंटिंग हरे कृष्ण, तो यह तो बहुत कमाल हो जाएगा और यह बहुत ही नेगेटिव ऐड हो जाएगी इसीलिए यदि आप बैठे हैं और आपको नींद आ रही हो तो आप खड़े हो जाएं और यदि आप खड़े हो जाएं उसके बाद भी आपको नींद आ रही हो तो आप पहले टहलिए , टहलना भी कैसा हो ? ऐसा नहीं, कि धड़ धड़ धड़ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कुछ लोग कहेंगे हे भगवान कैसा जप् करते हैं यह बहुत ही डिस्ट्रक्टिंग होगा तो यदि जपा में चलना भी है तो एक कोना पकड़िए जहां इधर-उधर ध्यान रखें और आप *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।* इस तरह से होले होले जपा करते हुए चलें, जितना आप तेज़ चलेंगे उतना आपको जपा लो कर देना चाहिए। जितना आप स्लो चलेंगे उतना जप आपको फास्ट कर देना चाहिए। इस तरह से फर्क पड़ता है। एक और बात जो एक और तरीका है जो डेवोटीज़ करते हैं और इससे बहुत फायदा होता है व है डू नॉट क्लोज योर आइज, कई बार डेवोटीज़ आंख बंद करके जपा करते हैं अब कुछ नजर तो आ नहीं रहा है सब कुछ,काला ही काला है। आंखें बंद करने के बाद, हमको नींद आएगी ही आएगी और वह तैयारी हो चुकी है आंखें बंद, कभी भी शहीद हो सकते हैं आप इसीलिए आप चाहते हैं कि हम जगे रहे हैं तो आंखें बंद मत करिए, यहां तक की योगा प्रैक्टिस करने में भी पूरी आंखें बंद करने का प्रावधान नहीं होता या फिर आपकी आंखें पूरी खुली होनी चाहिए, आंखें यदि आपकी पूरी खुली रहेंगी तो आप यहां देखेंगे वहां देखेंगे अरे यह तो बैठ गया अरे यहां भी आ गया अरे इसकी तो बहत बढ़िया है धोती, राम राम हरे हरे और तब आप डिस्ट्रैक्टेड हो जाएंगे और यदि आपकी आंखें पूरी तरह से बंद हैं तो आप सो जाएंगे इसीलिए ना तो आंखें पूरी खुली होनी चाहिए और ना ही पूरी बंद होनी चाहिए। इट शुड बी हाफ क्लोज बस कुछ हिस्सा नजर आ रहा होता है और कुछ नजर नहीं आता। इस प्रकार से हम नींद को जीत सकते हैं और देयर आर थ्री एम जिसको हम फॉलो कर सकते हैं "मेथड मूड एंड मेलो",मेथड तो यह है कि सीधा बैठो सामने तुलसी महारानी रखें यह बहुत अच्छा है और आंखें पूरी बंद नहीं करनी है आपको हाफ क्लोज रखनी है दूसरा एम है मूड, मूड कैसा होना चाहिए हे कृष्ण आई एम योर्स। हे कृष्ण आई एम यो, प्लीज एक्सेप्ट मी, ऐसा मोह होना चाहिए। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कि मेरा आकर्षण आपके प्रति हो जाए आपका तो मेरे प्रति आकर्षण है लेकिन मैं लल्लू लाल गधा आदमी हूं मेरा आपके प्रति कोई आकर्षण नहीं है। हे कृष्ण प्लीज *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे । हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।* कृष्ण मुझ में अपने लिए आकर्षण पैदा करें, लेट मी बी एंजॉयड बाय यू, एक सबसे बड़ा ऑप्शन आता है ,वांट टू एंजॉय, चैंटिंग कर रहे हैं तो मजा आना चाहिए लेकिन मजा नहीं आता है, मजा नहीं आ रहा यह लोग तो ऐसा बता रहे थे कि भगवान का नाम वह तो से भी ज्यादा मीठा है जरा मिश्री लेकर आओ, अब सच-सच बताओ कि हरि नाम मीठा है या यह मिश्री, मिश्री मीठी है हरी नाम इतना मीठा नहीं है। क्या है इसके अंदर सारा मूड ही गड़बड़ कर दिया मजा आना चाहिए चैंटिंग में मजा *तृणादपि सुनीचेन तरोरपि सहिष्णुना।अमानिना मानदेन कीर्तनीयः सदा हरिः ॥* श्री शिक्षाष्टकम् -3 अनुवाद: स्वयं को मार्ग में पड़े हुए तृण से भी अधिक नीच मानकर, वृक्ष के समान सहनशील होकर, मिथ्या मान की कामना न करके दुसरो को सदैव मान देकर हमें सदा ही श्री हरिनाम कीर्तन विनम्र भाव से करना चाहिए ॥३॥ ऐसा मूड हमारा चैंटिंग के वक्त होना चाहिए आना चाहिए रोंगटे पर नहीं खड़े हो रहे हैं जबकि हम चैतन्य चरितामृत में पढ़ते हैं चैतन्य महाप्रभु ने जब कीर्तन किया उनकी आंखों से अश्रु बहने लग गए,रोंगटे खड़े हो गए, आनंद की स्थिति होती है। ऐसा मेरे साथ भी होगा, लेकिन ऐसा मेरे साथ रत्ती भर भी नहीं होता। आंखें तो रेगिस्तान हैं जी, इनमें एक बूंद भी आंसू नहीं एक बूंद भी नहीं और रोंगटे तो पूछो मत, हरे कृष्ण हरे कृष्ण अरे भाई उठ जाओ कभी रोंगटे खड़े ही नहीं होते, जी मजा ही नहीं आ रहा है मजा होना चाहिए। अरे भाई तुम फ्रूटी का टेट्रा पैक लो और पी लो मजे ले लो यदि तुम्हें बहुत शौक पड़ा है और हरी नाम इस नॉट फॉर मजा क्योंकि नाम में यह भाव होना चाहिए आय एम एन्जॉयेड एंड कृष्ण इज़ इंजॉयएर टू बी एंजॉयड, फंडा ऑफ इन चैंटिंग इज डेट यह थोड़ा-थोड़ा टंग ट्विस्टर हो गया व्हेन द एंजॉय रेडी टू बी एंजॉय इन द एंजॉयमेंट ऑफ एंजॉर दैन द एंजोएड एंजोएस मोरे दैन द एंजोयेर , इसीलिए हमें कृष्ण *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे* हे कृष्ण लेट मी बी एंजॉयड बाय यू ,मैं आपके द्वारा भुक्त हो जाऊं, यह हमारा वास्तव में एटीट्यूट होना चाहिए और प्रभुपाद बोला करते थे हमारा एटीट्यूड कैसा होना चाहिए चैंटिंग करते समय? प्रभुपाद ने कहा देयर शुड बी डेसपरेशन टू सी कृष्ण, नहीं तो चैंटिंग बड़ी मैकेनिकल हो जाएगी इससे क्या होता है यदि मूड आपका गड़बड़ हो गया तब सब गड़बड़ हो जाएगा। इसलिए मेथड को भी ठीक करना है और मूड को भी ठीक करना है और मूड कैसा होना चाहिए ओ लॉर्ड *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।* कृष्ण लेट मी अट्रैक्शन फॉर यू , *हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे* ओ लॉर्ड लेट मी बी एंजॉयड बाय यू, इंगेज में इन योर सर्विस ओ कृष्ण मुझे अपनी सेवा में लगाइए और एक दो और भी कारण है जिसकी वजह से भक्तों को नींद क्यों आती है कि हम जो है वह नाम के साथ नहीं होते हम नाम के साथ राधा कृष्ण को देखते हैं जबकि नाम स्वयं ही राधा-कृष्ण हैं प्रभुपाद जी बता रहे थे कि एक बार एक भक्त ने,( प्रभुपाद कभी-कभी कई भक्तों को मौका दिया करते थे कि तुम दो लेक्चर) उसने बोला कि कृष्ण जो है अपने नाम के अंदर रहते हैं प्रभुपाद जी बगल में बैठे हुए थे प्रभुपाद ने कहा रुको, नाम के अंदर रहते हैं कहां रहते हैं? का में रहते हैं ण मैं रहते हैं षटकोण में रहते हैं या ना के डंडे में रहते हैं कहां रहते हैं? उस भक्तों ने कभी इतना सोचा नहीं था। प्रभुपाद ने कहा इट इज नॉट द कृष्ण लिव्स इन हिज नेम, कृष्ण इज़ होली नेम , नाम और नामी के अंदर अंतर नहीं है नाम हरे कृष्ण या राधा कृष्ण स्वयं ही है इसीलिए जो हमारे गौर किशोर बाबा जी महाराज हैं, जो उन पर विग्रह थे वह क्या थे एक पत्थर पर उस पर लिखा हुआ था "हरे कृष्ण" इन्हीं के वह आरती उतारते थे इन्हीं की पूजा अर्चना करते थे। हम उस प्रेम की जो बात करते हैं , पता है वह कौन सा कृष्ण प्रेम है हरे कृष्ण महामंत्र से जो प्रेम है वही प्रेम है। ऐसा नहीं है कि हरे कृष्ण महामंत्र से एक और एंटिटी है वह राधा-कृष्ण वह मिलेंगे, नहीं यही राधा कृष्ण है यह हरे कृष्ण महामंत्र जैसे इस बात का रिलाइजेशन होगा तब आप कभी भी चैटिंग में सोएंगे नहीं क्योंकि हमें पता होगा कि हम कृष्ण के साथ हैं एक बार एक रिपोर्टर आया उसने पूछा व्हाट इज हरे कृष्ण? भक्तों ने कहा व्हेन वी चैंट हरे कृष्ण इनडायरेक्टली, वीआर विद कृष्ण, तब प्रभुपाद ने कहा नो ! इनडायरेक्टली, डायरेक्टली वी आर विद कृष्ण। इस बात को समझ ले कृष्ण और उनके नाम में कोई अंतर नहीं है मैं कृष्ण के साथ ही हूं जब मैं यह जपा करता हूं। हमें पता है क्या चाहिए हमें यह हरे कृष्ण के प्रति प्रेम चाहिए। कृष्ण प्रेम ऐसा नहीं है हरे कृष्ण करके कोई अलग से कोई राधा-कृष्ण कोई है और उनके प्रति कृष्ण प्रेम है नहीं यही राधा कृष्ण है मेरे साथ हरे कृष्ण मतलब राधा कृष्ण इसी के प्रति मुझे प्रेम चाहिए। महामंत्र से मुझे प्रेम करना है इस भाव के साथ व्यक्ति को चेंट करना चाहिए तो मेथड के साथ जब मूड भी प्रॉपर होगा। तीसरा एम जो आता है वह मेलो यानी अमृत का आस्वादन, मेथड और मूड जब सेट हो जाएंगे तब मैलो अपने आप आएगा , मेथड मूड एंड मेलो, देयर आर मोर 3 एम , "मंत्र मीनिंग मेडिटेशन" मंत्र कौन सा है *हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।* और मीनिंग ओ कृष्ण आई बेलोंगस टू यू प्लीज एक्सेप्ट मी, एंड मेडिटेशन मीनिंग के साथ मंत्रास के साथ चिंतन करते हुए ,इस प्रकार से जब पहला दरवाजा खुलता है जो नींद का दरवाजा है। इसीलिए हमें बहुत ज्यादा सावधान रहना चाहिए एक और भी बहुत बड़ा कारण है कि नाम लेकर के वी शुड बी रिलैक्स, रिलैक्स जैसे आप कहीं से बहुत थके हुए हैं और कोई आपकी यहां पर मसाज कर दे पता लगा वाईफ और उसने कहा अजी सुनते हो बड़ी मेहनत करते हो जी, थक गए हो, कुछ बना लाऊ , ऐसे करके जब वह मसाज करती है तब पति क्या होता है नींद आ जाएगी उसको, सिमिलरली मन के ऊपर इतना लोड पड़ा हुआ है संसार का टेंशंस का, एंजाइटी का , पाप का, दुष्कर्म का, हरि नाम प्रभु जो है उस लोड को हल्का करते हैं ऐसे कितने ही भक्त हैं जो पहले अल्प्रेक्स की गोलियां खाया करते थे नींद की गोलियां खाते थे और अब सारी नींद की गोलियां बंद हो चुकी है। कहते हैं जी अरे अब सोना बहुत ही आसान हो गया चैन की नींद मतलब चेंट हरे कृष्ण इसका मतलब यह नहीं है हरे कृष्ण महामंत्र का साइड इफेक्ट है हमें नींद आए। इट इज जस्ट बिकॉज ऑफ वी आर रिलैक्स्ड ,मटेरियल तो यह बड़ा रिलैक्स्ड है बट स्पिरिचुअली इट इज वेरी थर्स्टी, बहुत प्यास भी आनी चाहिए साथ साथ इस प्रकार पहला जो गेट है वह है नींद का, इससे बचना बहुत जरूरी है। मैंने देखा है कई डेवोटीज़ जो है बहुत स्ट्रगल करते हैं। लेकिन आप देखोगे कि शुरू के दिनों में यह होता है किंतु धीरे-धीरे जैसे-जैसे आप का लोड कम हो जाएगा आपकी नींद भी कम होती जाएगी। मेरे ऐसे कितने डेवोटी फ्रेंड्स हैं सन 2000 में पहले मैं बहुत सोया करता था मॉर्निंग जपा में भी केवल चार या पांच मैक्सिमम सिक्स राउंड बाकि टाइम तो मेरे वहां पर जो भक्त या जो इंचार्ज थे वह मुझे फोटो भेजा करते थे कि देखो प्रभु यह आपके जपा के दिन, तब मुझे ध्यान है कि मैं भी बहुत सोया करता था पहले यह सन 2000 की बात है लेकिन उसके बाद चैंटिंग करते हुए लगभग दो दशक से ज्यादा हो चुका है। आज के दिन कृष्ण की कृपा से यदि मैं पांच घंटे भी सो जाऊं तो मुझे नींद नहीं आती। लेकिन एक समय था जब मैं बहुत सोता था मतलब मॉर्निंग में चार पांच माला बस, लेकिन अब मॉर्निंग में मैं 16 माला अट्ठारह माला कभी-कभी भगवान की दया से 20 माला भी हो जाती है। इसीलिए जो भक्त सो जाते हैं मेरी रिक्वेस्ट है प्लीज डू नॉट डिसएप्वाइंट, कि देखो मुझे नींद भी आ जाती है प्रभु जी, मैं तो शायद भक्ति के लायक भी नहीं हूं। ऐसा नहीं है भाई शुरू शुरू के दिनों में ऐसा स्ट्रगल होता है लेकिन यदि आप चैटिंग करते रहते हैं करते रहते हैं कृष्ण की मर्सी के द्वारा फ्री फ्रॉम द लोअर मोड और उसकी वजह से आपकी चैटिंग सार्थक हो जाती है और आप ज्यादा नाम जप से कनेक्ट हो जाते हैं। प्रभुपाद बोला करते थे व्हाट इज़ द डिफरेंस ऑफ माय चैंटिंग एंड योर्स ? आई लाइक माय चैंटिंग, एंड यू चैट्स, बिकॉज़ यू हैवे टू डु। इसीलिए हम भी इस स्टेज तक प्रभुपाद की कृपा से आएंगे ताकि हम भी चैंटिंग कर सकें क्योंकि हमें वह पसंद होगा, लेकिन उससे पहले क्या है कि नींद को जीतना बहुत जरूरी है और यदि आप मॉर्निंग में, आंवला इत्यादि ले ले तो उससे भी आप अच्छे से चैंटिंग कर पाएंगे, होता क्या है कि कई डेवोटीज़ खाली पेट होते हैं उससे भी गैस बनती है, गैस ऊपर चढ़ती है उसकी वजह से नींद आना शुरू हो जाती है। इसीलिए आप आंवला ले सकते हैं और फिर आप चैंटिंग स्टार्ट कर सकते हैं इससे कभी भी गैस नहीं बनेगी और इन द मॉर्निंग यू कैन टेक हॉट वाटर, थोड़ा गर्म पानी जो होता है वह लीजिए और साथ में हरण, आंवला कैंडी, ऐसी कोई चीज मॉर्निंग में लीजिए और यू गो फॉर चैंटिंग, गैस नहीं बनती और फिर नींद नहीं आती। कई बार मैंने देखा है कि डेवोटीज़ को मॉर्निंग में बहुत भूख लग रही होती है आफ्टर मंगला आरती मतलब पीक पर होती है भूख , कुछ हल्का फुल्का ले सकते हैं मतलब है बिस्किट नमकीन वगैरा मै रिकमेंड नहीं करूंगा क्योंकि यह मरा हुआ फूड होता है इसीलिए आप वैसा कुछ कीजिए जिसमें लाइफ हो, इसीलिए आंवला कैंडी ले सकते हैं यह बहुत अच्छा है और एलोवेरा कैंडी ले सकते हैं और आंवला जूस ले सकते हैं यह सब कुछ सुबह लेने पर बहुत अच्छा है और गर्म पानी पी सकते हैं इन सब से गैस नहीं बनती है और फिर इनसे भी नींद नहीं आती है बॉडी लेवल पर साइकोलॉजी, अल्टीमेटली इंपॉर्टेंट है नाम रुचि, चैंटिंग हरे कृष्ण महामंत्र तब हम पहले दरवाजे का नॉब खोल पाएंगे और हम प्रवेश कर जाएंगे फिर अगला जो दरवाजा आता है लेकिन उसके विषय में अभी हम चर्चा नहीं करेंगे ,क्योंकि समय 7:15 बज चुके हैं " विक्षेप" डिस्ट्रक्शन , हमारा मन क्यों भटकता है चाय करते वक्त? हमारे मन के भटकाव से हम कैसे बच सकते हैं , किसी और समय पर हम चर्चा कर सकते हैं। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। हरे कृष्ण

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