हरे कृष्ण!
जप चर्चा
पंढरपुर धाम से,
27 अगस्त 2020
हरे कृष्ण! आप सभी का जप चर्चा में स्वागत है। आज 880 स्थानों के भक्त हमारे साथ जप कर रहे है।
आज एकादशी है! हर एकादशी पर यह एक विशेष गीत है जो पंढरपुर में गाया जाता है,
सुंदर ते ध्यान उभे विटेवरी
सुंदर ते ध्यान उभे विटेवरी
कर कटावरी ठेवोनिया।।
तुळसीहार गळा कासे पितांबर
आवडे निरंतर हेची ध्यान।।१।।
मकर कुंडले तळपती श्रवणी
कंठी कौस्तुभ मणी विराजित।।२।।
तुका म्हणे माझे हेची सर्व सुख
पाहीन श्रीमुख आवडीने
सुंदर ते ध्यान उभे विटेवरी।।३।।
अभंग - संत तुकाराम महाराज
दूर-दूर से लोग कमर पर हाथ रखकर खड़े भगवान के सुंदर दर्शन को देखने की इच्छा से पहुंचते है। भगवान के बहुत भक्त हैं, जो हमेशा उनके साथ है। कुछ नाम भगवान को बहुत खुश करते है, और अगर यदि हम उन्हे यशोदानंदन कहते है तो वह बहुत प्रसन्न होते है। भक्त भगवान के हृदय में रहते है और भगवान अपने भक्तों के हृदय में रहते है। यहां कोई तीसरा पक्ष नहीं है! अपने भक्तों के लिए उनका प्यार बहुत स्पष्ट है।
साधवो हृदयं मह्यं साधूनां हृदयं त्वहम् ।
मदन्यत्ते न जानन्ति नाहं तेभ्यो मनागपि ॥
(श्रीमद भागवत 9.4.67)
अनुवाद :- शुद्ध भक्त सदैव मेरे हृदय में रहता है और मैं शुद्ध भक्त के हृदय में सदैव रहता हूँ । मेरे भक्त मर सिवाय और कुछ नहीं जानते और मैं उनके अतिरिक्त और किसी को नहीं जानता ।
इस प्रेम की सीमा इतनी है कि, भगवान कहते है कि मैं अपने भक्तों द्वारा वांछित और निर्देशित हूं। आप उन्हें नंदनंदन भी कह सकते है। वह इस नाम को भी पसंद करते है। वे नंद महाराज के पुत्र है। वह नंदग्राम में रहते है। तुलसी कृष्ण को बहुत प्रिय है और वह अपने गले में एक तुलसी की माला पहनते है ,जेसे तुसली को आलिंगन देते है और उनके गले में कौस्तुभ मणि है। तुकाराम महाराज का कहना है कि, वह इस रूप को हमेशा देखना पसंद करते है। ऐसे ही भक्तों का संग लगा रहता है! इसलिए हमें कृष्ण और उनके भक्त दोनों से प्रेम करना होगा! यह अच्छी तरह से कहा जाता है कि, अगर हमें किसी व्यक्ति को खुश करना है, तो हमें पहले उनके कुत्ते को खुश करना होगा। इसलिए, कृष्ण बहुत प्रसन्न हो जाते हैं जब उनके भक्तों का महिमा मंडन किया जाता है।
मेरे प्रिय गुरुभाई जशोमतिनंदन प्रभु ने अपना शरीर छोड़ दिया। मैं अपनें शिष्यो , अनुयायियों, शुभचिंतकों और दोस्तों से उनकी महिमा को सुनना चाहता हूँ। अब हम महिमा सत्र को शुरुआत करेंगे ...
आपका बहुत - बहुत धन्यवाद!
हरे कृष्णा!
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By admin|2021-03-13T13:51:07+00:00October 27th, 2020|Comments Off on Glorification Of Devotees Pleases Krishna