Hindi

आत्मा से महात्मा कुछ भक्त अब इस कांफ्रेंस में सम्मिलित हो रहे हैं जब हम कुछ ही समय में इसे सम्पूर्ण करने वाले हैं। आज हमारे साथ ४०७ प्रतियोगी हैं। अब सभी को बहुत - बहुत बधाई , आप के प्रयास से ही यह संख्या बढ़ रही हैं। जब इसमें ४०० प्रतियोगी दिखा रहा हैं उसका अर्थ हैं कि वास्तव में यह संख्या ६०० अथवा उससे भी अधिक हैं क्योंकि कई जगह भक्त एक साथ बैठकर जप करते हैं। आप में से कुछ भक्त हैं जो कुछ देरी से इसमें सम्मिलित हो रहे हैं। सबसे पहले इस कांफ्रेंस में सम्मिलित होने वाला दल रूस तथा दक्षिण अफ्रीका से हैं। वे सुबह इतना जल्दी उठने के लिए बहुत अधिक प्रयास करते होंगे। मॉरिशियस के भक्त भी जल्दी उठते हैं। भारतीय भक्त उनसे थोड़ा पीछे हैं। यद्यपि उन्हें सर्वप्रथम इसमें सम्मिलित होना चाहिए, क्योंकि यहाँ यह समय अनुकूल हैं। हम इस कांफ्रेंस को लगभग सुबह ५.४५ बजे प्रारम्भ करते हैं। यदि आप इस कांफ्रेंस में शुरू से सम्मिलित हो सकें तो यह एक सराहनीय कार्य होगा। आप में से भक्त अंतिम दौर में इसमें सम्मिलित होते हैं , इससे आप एक साथ जप करने के आनन्द को खो देते हैं। अतः आप समय पर इसमें सम्मिलित होने का प्रयास कीजिए। रात को जल्दी सोना तथा सुबह जल्दी उठना , इससे पुरुष तथा स्त्री दोनों स्वस्थ्य , धनी तथा बुद्धिमान बनते हैं। अतः रात को जल्दी सोइए तथा सुबह जल्दी उठकर जप कीजिए। हम ऐसा कहते हैं कि इससे आप स्वस्थ , धनी तथा बुद्धिमान बनते हैं ! इससे आप धनी कैसे बन सकते हैं ? सुबह जल्दी उठना तथा हरे कृष्ण का जप करना किस प्रकार आपको धनी बना सकता हैं ? हरिनाम ही वास्तविक धन हैं। यह सर्वोत्कृष्ट उपहार हैं। यह स्वयं कृष्ण हैं। अतः हम प्रातःकाल से ही कृष्ण को एकत्रित करना प्रारम्भ कर देते हैं। हम अपना संचय प्रातःकाल ५ बजे से ही प्रारम्भ कर देते हैं वहीं भौतिक जगत में व्यक्ति लगभग १० या ११ बजे से अपना व्यवसाय प्रारम्भ करते हैं जब वे अपनी दुकानें खोलते हैं। वे उस समय धन कमाते हैं परन्तु हम तो सुबह ५ बजे से ही धन कमाना प्रारम्भ कर देते हैं। कुछ भक्त तो उससे भी पहले से इसमें लग जाते हैं। हाल ही में सम्पन्न हुई जीबीसी मीटिंग में हमने जप पर भी चर्चा की थी। कुछ सन्यासी तथा गुरु बता रहे थे , " मैं सुबह २ बजे उठ जाता हूँ तथा मंगल आरती से पहले अपना जप पूरा करता हूँ। " हवाई से हमारे एक वरिष्ठ भक्त नरहरी प्रभु ने ऐसा कहा। जब उन्होंने ऐसा कहा तथा जो भी भक्त इस प्रकार सुबह अपना जप पूरा करते हैं हमने उनका स्वागत " धन्य हो !" कहकर किया। आप हरे कृष्ण महामंत्र के जप द्वारा इस प्रकार धनी होते हैं। अतः इस उद्देश्य से कि हमें कृष्ण को एकत्रित करना हैं आप इस धन को एकत्रित करने में लग जाइए। सुबह जल्दी उठिये तथा उसके पश्चात आपका सर्वप्रथम कार्य होना चाहिए अपना जप पूरा करना। अन्य सभी कार्य उसके पश्चात हो सकते हैं। मुझे अभी अभी स्मरण हुआ कि एक समय परम पुज्य राधा गोविन्द महाराज बता रहे थे , " सामान्यतया व्यक्ति कहते हैं , हमारे पास समय का अभाव हैं , हम बहुत अधिक व्यस्त हैं। हमें यह भी करना हैं , वह भी करना हैं। यदि हमें समय मिलेगा तो हम हरे कृष्ण का जप करेंगे अथवा तब हम मन्दिर आएँगे। चूँकि अभी हमारे पास करने को बहुत कार्य हैं अतः जब हम इनसे निवृत्त हो जाएंगे तथा जब हमे समय मिलेगा तब हम भगवद गीता पढ़ेंगे। " जबकि इसका विपरीत होना चाहिए। मुझे अपने आध्यात्मिक जीवन में बहुत कुछ करना हैं। मुझे इतना समय अपने जप के लिए चाहिए , इतना समय दर्शन, साधु संग तथा शास्त्र अध्ययन के लिए चाहिए। नित्यं भागवत सेवया (श्रीमद भागवतम १.२.१८) मुझे बहुत अधिक कार्य करना हैं , इन सबके पश्चात यदि मुझे कुछ खाली समय मिलेगा तब मैं अन्य कार्य करने के विषय में सोच सकता हूँ। यह हमारे आध्यात्मिक जीवन को गंभीरता से लेने के विषय में राधा गोविन्द महाराज का मत हैं। अपनी आत्मा का ध्यान रखिए , स्वयं का भी ध्यान रखिए। यदि हम आत्मा को महात्मा बनाना चाहते हैं तो जो राधा गोविन्द महाराज ने कहा वह सत्य हैं। अपने आध्यात्मिक कार्यों को प्रधानता दीजिए जिससे आपकी आत्मा का पोषण होगा। इससे आप धनी अथवा धन्य होंगे। गौर पूर्णिमा में अब केवल कुछ ही दिन बचे हैं। मैं अभी यहाँ इस्कॉन नागपुर में हूँ। जैसा कि मैंने आपको कल बताया था हम गौर पूर्णिमा उत्सव मनाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं। यहाँ शाम को प्रचुर मात्रा में श्रवण , कीर्तन तथा प्रसाद होगा। दिन के समय हम हमारे राधा गोपीनाथ के दिव्य मंदिर तथा अंतर्राष्ट्रीय वैदिक सांस्कृतिक स्थल प्रारम्भ करेंगे। हम भगवान अनन्त शेष की स्थापना भी करेंगे। वे अपने दिव्य फणों पर इस प्रोजेक्ट को उठा कर रखेंगे। अतः सभी भक्त , आजीवन सदस्य तथा दानदाता पूरी तरह से तैयार हैं। इस वर्ष की गौर पूर्णिमा का प्रारम्भ इस्कॉन नागपुर में राधा गोपीनाथ मंदिर में निर्माण कार्य को प्रारम्भ करने से होगा। मैं आप सभी को इसमें सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करता हूँ। मेरे गुरु भाई श्रीमान हरीपाद प्रभु इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे , इस प्रकार गौर पूर्णिमा पर हमें प्रभुपाद के शिष्यों तथा वरिष्ठ भक्तों का संग लाभ मिलेगा। गुरु देव में स्थापना से पहले अनंत शेष के सभी को दर्शन करवाए। आप अनंत शेष के दर्शन कीजिए , हम इनकी आह स्थापना करेंगे। ये गौर पूर्णिमा के दिन से इस प्रोजेक्ट को अपने फनों पर धारण करेंगे। हम इस उद्घोषणा के साथ आज के सत्र को यहीं विराम देते हैं। आपको यहाँ के उत्सवों की रिपोर्ट मिल जाएगी। आप सभी से कल पुनः भेंट होगी। चूँकि गौर पूर्णिमा महोत्सव समीप आ रहा हैं अतः आपको अधिक से अधिक ध्यानपूर्वक जप करना चाहिए। हरे कृष्ण !

English

Some devotees are joining now when we are about to finish. We are 407 participants today. Congratulations! Because of your efforts, numbers are on the rise. There were 400 participants which actually means that actual chanters may be 600 or above as many chant in groups. Some of be you are joining little late. The first batch to join is from Russia and South Africa. They are taking so much trouble to get up early in the morning. Also Mauritian devotees are getting up early. From India they are a little behind. They should be the first ones. Because this is a favourable time. We are beginning the conference somewhere around 5.45 am. We will appreciate it if you could join the conference from the very beginning. Some of you are catching us at the end, but then you miss all fun - the joy of chanting together. So try to be on time. Early to bed early to rise makes a man and woman also healthy, wealthy and wise. So sleep early and get up early and chant . We had also been mentioning, - Healthy, Wealthy and Wise! How would this help you to become wealthy? How does getting up early in the morning and chanting Hare Krishna make you wealthy? This holy name is wealth. It's the most valuable gift. It is Krsna himself. So we begin acquiring Krsna early in the morning. We begin our fixed deposits at 5.00 am. Every one begins making money at 10.00 or 11.00 am when they open their shops. They may be making money then, but we make money from 5.00 am. Some devotees start even earlier than that. In our recent GBC meetings, there was talk about japa. Some of the sannyasis, Gurus were saying , 'I get up at 2.00 am in the morning and chant my rounds before mangal-aarti.’ One leader, Narahari Prabhuji from Hawaii said this. We address these kind of devotees who get up early morning and chant their Hare Krishna as “Dhanya ho!” You have become wealthy, enriched, richer by chanting Hare Krishna. For this purpose acquire this wealth, which is acquiring Krsna. Get up early in the morning and first business is to chant Hare Krishna. Everything else comes later. I just remembered, once HH Radha Govinda Maharaja was saying, “People generally say , we have no time, we are so busy. We have this to do, that to do. If we become free, if we find time then we will chant Hare Krishna or then we will come to the temple. We will read Bhagavad-Gita when we are free, as we have so much to do.” It should be the other way round. We should think, I have so much to do in my spiritual practices. I need so much time for my chanting, so much time for darsana. I need so much time for sadhu sanga. I have to read Bhagavatam. nityam bhagavata sevaya. ( SB. 1.2.18) I have so much to do, if I have some free time from this, then I will do some other things. If only I find time after doing this spiritual business, then I will think of doing this or that. This was Radha Govinda Maharaja's point about giving priority to spiritual life and spiritual practices. Take care of our soul. Take care of yourself. That we have to take care of one self. If we have to make atma as mahatma, then what Radha Govinda Maharaja was saying was very true. Give priority to your spiritual practices, nourish your souls. Then you are richer or dhanya. We have a few days to go before Gaura Purnima. I am here at ISKCON Nagpur. As I told you all yesterday, we are preparing to celebrate Gaura Purnima. There will be lots of chanting and hearing and prasada in the evening. During the day we are going to commence construction of our dream project of Radha Gopinath temple and international Vedic Cultural Centre. We will be installing Lord Ananta Sesa. He will be ready to hold the project on his transcendental hoods. So all the devotees, life members and patrons are getting ready. This year’s Gaur Purnima will be celebrated by commencing construction of Radha Gopinath temple of ISKCON Nagpur. You are all welcome to join. My god brother Haripad Prabhuji will be attending the function. So we will have the association of senior devotees , Prabhupad disciples on Gaura Purnima. Guru Maharaja showed the Deity of Ananta Sesa to be installed before starting of construction Take darsana of Ananta Sesa. He will be installed. He will hold the project on His hoods on the day of Gaura Purnima. We will stop for the day with that announcement. You will get a report of festivities here. We will meet tomorrow. You have to chant more and more attentively as Gaura Purnima is approaching, coming closer and closer. Hare Krishna!

Russian

Джапа сессия 19.03.2019 Атма в Махатму Некоторые преданные присоединяются сейчас, когда мы уже почти завершили нашу встречу. Сегодня у нас 407 участников. Поздравляем! Благодаря вашим усилиям, число растет. Было 400 участников, что на самом деле означает, что по факту воспевающих могло быть не менее 600 человек так как многие воспевают в группах. Некоторые из вас присоединяются достаточно поздно. Первая группа, которая присоединяется - из России и Южной Африки. Они совершают так много усилий что бы встать рано утром. Также преданные Маврикия встают рано. Преданные из Индии немного отстают. Они должны быть одними из первых. Потому что это благоприятное время. Мы начинаем конференцию где-то около 5:45 утра. Мы будем благодарны, если вы сможете присоединиться к конференции в самом начале. Некоторые из вас ловят нас в конце, но вы пропускаете все веселье - радость совместного воспевания. Поэтому постарайтесь быть вовремя. Рано ложитесь спать, и рано вставайте, это делает мужчин и женщин здоровыми, богатыми и мудрыми. Так что ложитесь рано, вставайте рано и воспевайте. Мы говорили «Здоровый, богатый и мудрый!» Как это поможет вам стать богатым? Как вставать рано утром и повторять Харе Кришна, чтобы стать богатым? Святое Имя и есть богатство. Это самый ценный подарок. Это сам Кришна. Поэтому мы начинаем обретать Кришну рано утром. Мы начинаем наш постоянный вклад в 5:00 утра. Все начинают зарабатывать деньги в 10.00 или 11.00, когда они открывают свои магазины. Они могут зарабатывать деньги тогда, но мы зарабатываем деньги с 5.00 утра. Некоторые преданные начинают даже раньше. На наших недавних встречах с Джи-би-си говорили о джапе. Некоторые участники, санньяси и Гуру говорили: «Я встаю в 2 часа утра и повторяю свои круги перед мангала-арти». Один из лидеров, Нарахари Прабхуджи с Гавайских островов, так же сказал это. Мы обращаемся к таким преданным, которые встают рано утром и повторяют свои Харе Кришна -“Dhanya ho!”. Благодаря воспеванию Харе Кришна, вы стали богатыми, обогащенными, очень богатыми. Для этой цели приобретите богатство, которое дает Кришна. Вставайте рано утром, и первым делом - повторяйте Харе Кришна. Все остальное придет позже. Я только что вспомнил, как однажды Его Святейшество Радха Говинда Махарадж сказал: «Обычно люди говорят, что у нас нет времени, мы так заняты. Мы должны сделать это, мы должны сделать то. Если мы станем свободными, если мы найдем время, мы будем повторять Харе Кришна или тогда мы придем в храм. Мы будем читать Бхагавад-гиту, когда будем свободны, поскольку сейчас у нас так много дел ». Должно быть наоборот. Мы должны думать, я должен так много сделать в духовной практике. Мне нужно так много времени для воспевания, так много времени для даршана. Мне нужно так много времени для садху-санги. Я должен читать Бхагаватам. нитйам бхагавата севайа. (ШБ. 1.2.18) У меня так много дел, если у меня будет немного свободного времени, я сделаю что-то еще. Если я смогу найти время после моей духовной практики, тогда я подумаю о чем-нибудь еще. Это была точка зрения Радха Говинды Махараджа о том, чтобы отдавать приоритет духовной жизни и духовным практикам. Берегите свою душу. Заботьтесь о себе. Так мы должны заботиться о себе, мы должны сделать атму махатмой, то, что говорил Радха Говинда Махарадж, было очень правильно. Отдайте приоритет своим духовным практикам, питайте свои души. Тогда вы станете богаче, станете дханья. У нас есть несколько дней до Gaura Purnima. Я здесь, в ИСККОН, Нагпур. Как я уже говорил вам вчера, мы готовимся к празднованию Гауры Пурнимы. Вечером будет много воспевания, слушания и прасада. На днях мы собираемся начать строительство проекта нашей мечты Храм Радхи Гопинатха и Международный Ведический Культурный Центр. Мы будем устанавливать Господа Ананта Шешу. Он будет готов держать проект на своих трансцендентных капюшонах. Все преданные, участники и покровители начинают приготовления. В этом году на Гаура Пурниму, будет отмечаться начало строительства храма Радха Гопинатх в ИСККОН Нагпур. Вы все можете присоединиться. Мой духовный брат Харипад Прабхуджи будет присутствовать на церемонии. Мы будем в обществе старших преданных, учеников Прабхупады на Гаура Пурниме. Гуру Махарадж показал Божество Ананта Шеша, которое должно быть установлено до начала строительства Примите даршан Ананты Шешы. Он будет установлен. Он будет держать проект на капюшонах в день Гауры Пурнимы. Мы остановимся на сегодня на этом объявлением. Здесь вы услышите описание праздника. Мы встретимся завтра. Вы должны повторять все более и более внимательно, когда Гаура Пурнима приближается все ближе и ближе. Харе Кришна!