Hindi

25 सितंबर 2019 हरे कृष्ण! हरेर्नाम हरेर्नाम हरेर्नामेव केवलम्। कलौ नास्त्येव नास्त्येव नास्त्येव गतिरन्यथा।। आप सभी भक्तों का इस जपा कॉन्फ्रेंस में जप करने के लिए स्वागत है। इस कलियुग में हरिनाम के अलावा कोई उपाय नहीं है,कोई उपाय नहीं है,कोई उपाय नहीं है, हरिनाम ही केवल मार्ग है। वृंदावन से कन्हैयालाल प्रभु रिपोर्ट कर रहे हैं कि वृंदावन में विश्व हरिनाम उत्सव के दौरान उन्होंने प्रतिदिन 6 घंटे कीर्तन किया और एक दिन सार्वभौम प्रभु द्वारा हरिनाम की महिमा के विषय में भागवतम क्लास भी दी गयी। हमें वृंदावन से काफी अद्भुत रिपोर्ट मिली है। हम आप सभी का स्वागत करते हैं। विश्व हरिनाम उत्सव की जी.बी.सी ने मुझे, जनानंद महाराज और एकलव्य प्रभु को पूरे विश्व के कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) के रूप में स्थापित किया है। हमारी ओर से विश्व भर के अन्य मंदिरों के लिए दूसरे कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) हैं। मैं अभी उन सभी के नाम साझा नहीं कर सकता और कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहाँ समन्वय करने के लिए हमें कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) चाहिए। पूरे विश्व के लिए अलग अलग विभाजन किये गए थे।भारत के लिए दिल्ली से माधवी गौरी माताजी संचार कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) हैं। इसी प्रकार हमारे पास कुछ राज्य कोऑर्डिनेटर (समन्वयक) भी थे। जैसे गुजरात के लिए सेवा पद्ममाली दास को दी गयी थी, सोलापुर के लिए पार्थसारथी प्रभु ने यह सेवा की है। इस प्रकार से कोआर्डिनेशन से विश्व हरि नाम उत्सव काफी गाँवों और शहरों तक पहुंचा है। उत्सव काफ़ी अच्छे से मनाया गया है। मैं स्वयं विश्व हरिनाम उत्सव को मनाने के लिए श्रीवृंदावन धाम में आया हूँ। कल शाम मंदिर के अध्यक्ष श्रीमान पंचगौड़ा प्रभु के सहयोग से कृष्ण बलराम मंदिर के प्रांगण में एक भव्य समापन कीर्तन हुआ था। हमने मंदिर के कई भक्तों और दर्शनार्थियों के लिए कृष्ण बलराम मंदिर के आंगन में कीर्तन का आयोजन किया था और कल शाम आधिकारिक तौर पर कीर्तन करके हमने विश्व हरिनाम उत्सव 2019 का समापन किया। विश्व हरि नाम महोत्सव की जय! हरि! हरि! कल गुजरात से पद्ममाली प्रभु ने एक व्यापक रिपोर्ट भेजी और उनका कहना है कि यह पूर्ण नहीं है, यह अभी संक्षिप्त में ही है, वह विस्तार से रिपोर्ट भेजेंगे जिसमें सारी सेवाएं और सारी क्रियाओं (एक्टिविटी) के बारे में बताया गया होगा। उस रिपोर्ट में गुजरात के कुल छह मंदिरों में कीर्तन, भक्तों द्वारा 64 माला जप, एक दिवसीय पदयात्रा का आयोजन, प्रतिदिन हरि नाम संकीर्तन , प्रतिदिन अलग अलग मंदिरों में काफी सेवाएं आदि काफी लंबा महाभारत के समान यह विस्तृत रिपोर्ट है, यह आप व्यक्तिगत रूप से पढ़ सकते हैं। विश्व हरिनाम महोत्सव के प्रतिभागी या वैश्विक समन्वयक, या राष्ट्रीय समन्वयक या राज्य स्तरीय समन्वयक, क्षेत्रीय या स्थानीय समन्वयक सभी कोऑर्डिनेटर्स (समन्वयक) अपने अपने मंदिरों की जिस स्तर पर भी वे कोआर्डिनेशन कर रहे थे, आपको अपनी विस्तृत रिपोर्ट बना कर तस्वीरों या वीडियो के साथ संकलित कर उन्हें भेजना होगा जिसे कुछ भक्तों द्वारा विकसित वर्ल्ड होली नाम की वेबसाइट www. worldholyname.org पर अपलोड किया जाएगा। वहां पर सारे मंदिरों के रिपोर्ट अपलोड किये जाएगें। आप ये रिपोर्ट भेजते समय विस्तृत वर्णन के साथ साथ फोटो/ विडियो या उनकी सेवाओं की रिपोर्ट बना कर भेज सकते हैं। जितने भी भक्तों ने अब तक यह रिपोर्ट भेजी है या भविष्य में रिपोर्ट आएंगी। वे सारे रिपोर्ट मिलाकर जी.बी.सी. को सबमिट किए जाएंगे। जी.बी.सी के साथ साथ अंततः भगवान पंचतत्व को भी ये सारे रिपोर्ट ऑफर किए जाएंगे। आपको यह नहीं समझना है कि आपने जो रिपोर्ट लिखी है,उसे किसी ने देखा या पढ़ा भी है या नहीं। हम तो पढ़ ही रहे हैं और भगवान तो आप सबकी रिपोर्ट देख ही रहे हैं। मैं भगवान नहीं हूं, मैं सभी को याद नहीं रख सकता।अब तक कितने रिपोर्ट्स भेजे गए हैं, किस रिपोर्ट में क्या क्या लिखा है लेकिन आप आश्वस्त रहें कि यदि आपने रिपोर्ट यहां भेजी है और हमने सारे रिपोर्ट्स पढ़े हैं, सारे रिपोर्ट आगे भगवान के पास पहुंचाये जाएंगे। भगवान तो आप सबके रिपोर्ट्स पढ़ ही रहे हैं। हम विश्व हरि नाम उत्सव में भक्तों की भागादारी की बहुत सराहना और स्वागत करते हैं।रिपोर्टस अभी भी आ ही रही हैं, उनकी बमबारी अभी जारी है। भक्त लिखते जा रहे हैं (हँसते हुए...) मैं इस पर नज़र नहीं रख सकता। पुणे से मुकंद माधव प्रभु लिख रहे हैं कि कल पुणे में नगर संकीर्तन हुआ जिसमें 100 से ज़्यादा भक्तों ने भाग लिया। जलगांव से परमात्मा प्रभु और जगजीवन प्रभु लिखते हैं कि उन्होंने जलगांव के पार्क में 150 से ज़्यादा नए भक्तों अर्थात नए लोगों से जप करवाया। इन सारे रिपोर्ट्स में एकेन्द्र गौड़ प्रभु का रिपोर्ट काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने लिखा है कि उन्होंने कल 192 माला का जप किया। वह अपने 192 माला जप को करने के लिए 22 घंटे व्यस्त रहे। जप करने वाले भक्तों की सूची में अभी तक एकेन्द्र गौड़ प्रभु का नाम सबसे ऊपर आता है। श्रीकांत गंगुल, मुंबई के पास भिवंडी से कुछ लिख रहे हैं लेकिन कुछ स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वह क्या कहना चाहते हैं। वह कहते हैं कि उन्होंने 200 माला का जप किया लेकिन मुझे यकीन नहीं है, इसलिए एकेन्द्र गौड़ प्रभु 192 राउंड्स के विजेता बन गए। ग्रेटर नोएडा से स्वरूपानंद प्रभु रिपोर्ट कर रहे हैं कि उन्होंने मार्किट में रॉक शो का आयोजन किया जिसमें 300 भक्तों की उपस्थिति थी। हरिबोल! जितने भी लोग भाग लेते हैं, चाहे वे मंदिर के भक्त न हो अर्थात हरे कृष्ण भक्त न हो लेकिन उन्होंने हरिनाम में भाग लिया है इसलिए वे सारे भक्त ही कहलाते हैं। जब हम कहते हैं कि 300 भक्तों ने भाग लिया इसमें मंदिर के भक्त, भक्तों की मंडली और नए भक्त आगंतुक भी हो सकते हैं। अलग अलग स्थानों से भक्त रिपोर्ट भेज रहे हैं जैसे ठाणे की माधवी गोपी माताजी ने हर रोज 32 माला का जप किया, ठाणे से ही जान्हवी गंगा माताजी प्रतिदिन 52 माला का जप करती थी। बिरोडा से शिरोमणि गोपी माताजी अपने रिपोर्ट में कह रही हैं कि उन्होंने कुछ अतिरिक्त राउंड्स किए। रोहिणी जाधव माताजी सक्रिय रुप से रिपोर्ट दे रही थी। आज वह रिपोर्ट दे रही हैं कि उन्होंने अलग अलग बच्चों के साथ कीर्तन किया। सारे रिपोर्ट्स को देखा गया है एवं उन सबकी सूची बनाई गई है। रशिया से भी काफी भक्तों ने ज़्यादा मालाएं जप की हैं जैसे ओजस्विनी माताजी, माधवानंदिनी माताजी, वे प्रतिदिन 64 माला का जप कर रहीं थी और कभी-कभी उन्होंने 64 से अधिक 100 मालाओं का भी जप किया है। नाम कीर्तन प्रभु मूलतः बड़ौदा से हैं और अब टोरंटो में निवास करते हैं, उन्होंने भी वहां प्रतिदिन हरि नाम संकीर्तन करवाया और काफी नए आगंतुकों को हरि नाम से जोड़ा। श्रीमती राधिका माताजी जिन्होंने अपने स्थान का उल्लेख नही किया है कि वे कहां से हैं, केवल नाम लिखा है, वे लिख रही हैं कि उन्होंने प्रतिदिन 32 माला का जप किया। ग्रेटर नोएडा से सुचित्रा सखी माताजी ने 48 माला का जप किया। नंदलाल प्रभु जोकि इटली से हैं एवं मेरे शिष्य हैं, उन्होंने इटली में मिलान नामक स्थान पर नगर संकीर्तन का आयोजन करते हुए फोटोज के साथ काफ़ी विस्तृत रिपोर्ट भेजी है। सोलापुर मंदिर से पार्थसारथी प्रभु ने अभी काफी अच्छी रिपोर्ट भेजी है जिसमें वह बता रहे हैं कि विश्व हरि नाम उत्सव प्रायः गुजरात के मंदिरों की तरह ही काफी अच्छा सुनियोजित रहा। मंदिर में नित्य कीर्तन, अतिरिक्त जाप, नगर संकीर्तन काफ़ी अलग अलग सेवाएं आयोजित की गई। वे congregation (संघ) भक्तों को साथ लेकर हरिनाम संकीर्तन करते थे। उन्होंने एक विशेष अनुभव का भी वर्णन किया है पिछले कुछ दिनों से सोलापुर में वर्षा नहीं हो रही थी। जैसे लोग, किसान इंतज़ार कर रहे थे कि कंही से बारिश हो? लेकिन जैसे ही विश्व हरि नाम उत्सव के समय भक्तों ने कीर्तन आरंभ किया। कहीं से बादल दिखाई दिए, विशेष रूप से मंदिर के ऊपर काफी बादल छा गए, कुछ ही समय में वर्षा प्रारंभ हो गयी। जब जब भक्त लोग सोलापुर में कीर्तन करते थे , तब तब वर्षा हुई। ऐसा कई बार हुआ जब भी वे नगर कीर्तन या 24 घंटे संकीर्तन शुरू करते थे, बादल इकठ्ठे हो जाते और बारिश हो जाती। पार्थसारथी प्रभु लिखते हैं कि उनको यह साक्षात्कार हुआ जैसे कि भगवान भगवतगीता में कहते हैं यज्ञाद्भवति पर्जन्यो जैसे जैसे हम हरिनाम यज्ञ या संकीर्तन यज्ञ प्रारभ करते हैं तो वर्षा होती है। पार्थसारथी प्रभु हमें इसका अनुभव दिला रहे हैं। आमतौर पर संकीर्तन करते हुए बारिश तुरंत ही हो जाती है। कभी ऐसा भी होता है कुछ समय बाद, माह के बाद हो सकती है लेकिन यह बात निश्चिंत है कि जैसे ही हम संकीर्तन यज्ञ करते हैं तो वर्षा अवश्य होती है। ग्रेटर नोएडा से नीतू शर्मा जो कि दस वर्ष के एक बालक ही है, उन्होंने कल 24 माला का जप किया। अमेरिका से हार्दिक पटेल प्रभु जो मूलतः गुजरात से हैं, उन्होंने ब्रह्मचारियों से श्रीमदभागवतम के कुछ सेट खरीदे और अटलांटा, अमेरिका में उसका वितरण भी किया। काफी भक्तों ने रिपोर्ट भेजे हैं, बहुत सारे रिपोर्ट आए हैं और बहुत सारे आने बाकी हैं। जितने रिपोर्ट आए हैं वो सारे पढ़े गए हैं।हमारे पास समय का अभाव है कि हम उन सभी रिपोर्ट्स को साझा कर सकें। मेरे पास यह कहने के लिए एक अच्छा बहाना है कि हमारे पास कम समय है। मैं सारे रिपोर्ट यहां तो नहीं बता सकता। लेकिन जितने भी रिपोर्ट भेजे गए, हमने वे सारे पढ़े हैं। पुणे से रामविजय प्रभु , मुकुंद माधव प्रभु लिख रहे हैं कि उन्होंने हरिनाम संकीर्तन किया। कीर्तन के समय बारिश नहीं हो रही थी लेकिन जैसे ही हरिनाम संकीर्तन समाप्त हुआ, वर्षा होने लगी और पुणे में काफी भारी वर्षा हुई। आप में से कुछ भक्त अगर कुछ कहना चाहते हैं या रिपोर्ट देना चाहते हैं या विश्व हरिनाम उत्सव के विषय में कुछ विशेष बात बताना चाहते हैं, तो बता सकते हैं। महाराष्ट्र के शिर्धोन से महालक्ष्मी माताजी जोकि मेरी शिष्या हैं और मेरे परिवार से भी हैं, वे रिपोर्ट दे रही हैं कि उन्होंने 60 लोगों से हरे कृष्ण महामंत्र का जप करवाया। दुबई से श्यामलंगी माताजी भी बता रही हैं कि उनके भक्तिवृक्ष ने दुबई में विश्व हरिनाम उत्सव मनाया और भक्ति वैभव कोर्स एक सप्ताह तक और बच्चों से भी जाप करवाया। रायचूर से हमारे जयतीर्थ प्रभु भी रिपोर्ट भेज रहे हैं जिसमें 2500 से 3000 लोगों ने विश्व हरिनाम उत्सव में भाग लिया, हम रायचूर में विश्व हरिनाम उत्सव मनाने के लिए जयतीर्थ प्रभु को बधाई देते हैं। बड़ौदा से वैकुंठेश्वर प्रभु ने 64 माला का जप, श्री मदभागवतम का अध्ययन और बुक वितरण भी किया ।ठाणे से स्नेहा गुप्ता माताजी रिपोर्ट में कह रही हैं कि उन्होंने 4 विद्यार्थियों से 8 माला करवायी। सोलापुर में इन 7 दिनों में 30 से अधिक हरिनाम संकीर्तन हुए। जगन्नाथ गंगुल भिवंडी से लिख रहे हैं कि उन्होंने कल 200 माला का जप किया और इसमें काफी समय लगा। अमेरिका के बाल्टीमोर से आराध्या माताजी ने पूरे विश्व हरि नाम उत्सव के समय 7 दिन का जपा मैराथन किया जो सुबह 4 बजे से प्रारंभ होकर 7 बजे तक चलता था और शाम को मंदिर में भी और बाहर भी हरिनाम कीर्तन भी होता था। गोंदिया से काफी विस्तृत रिपोर्ट आयी हैं, इस्कॉन सोलापुर हमें और जानकारी दे रहा है, उन्होंने दो बार 12 घंटे नॉन स्टॉप कीर्तन किया और एक बार 24 घंटे पूरा दिन कीर्तन किया और 15 से अधिक भक्तों से 64 माला का जप करवाया। भक्तिवृक्ष सेक्टर 50 से रत्नावली माधवी बता रही हैं कि.....।(हँसते हुए) रिपोर्ट्स इतने सारे आ रहे है, वो स्क्रीन पर रह नहीं रहे हैं, क्योंकि नीचे या कहीं से एक बड़ा धक्का होता है, मैं ठीक से उनको पढ़ भी नहीं पा रहा हूँ, लगातार आ ही रहे हैं। बिरोडा से कविराज गोस्वामी भी लिखते हैं उन्होनें 48 माला का जप किया और 1 घंटा श्रीमदभागवतम का पठन किया। बीड से कृष्ण नाम प्रभु लिख रहे हैं कि उन्होंने 12 घंटे हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया। काफी अच्छे रिपोर्ट आ रहे हैं। मुझे लगता है कि यह अद्भुत है, महान है। हमने वह किया, जो कोई व्यक्ति नहीं कर सकता। इसमें केवल भारत देश से नहीं बल्कि दुनिया भर के सभी भक्तों ने भाग लिया, काफी उत्साह बढ़ाने वाले रिपोर्ट हैं। आप सबने मिलकर काफी अच्छे से हरिनाम उत्सव को मनाया है। बंगलौर से काफी अच्छा रिपोर्ट आया है कि जिसमें वे कह रहे हैं कि बंगलौर के भक्तों ने 8300 अतिरिक्त माला जप किए । अभी तक किसी ने ऐसा आकंड़ा नहीं दिया है। आसाम के शिलांग से अंतर्यामी कृष्ण प्रभु रिपोर्ट भेज रहे हैं कि आसाम इस्कॉन ने प्रथम बार विश्व हरि नाम उत्सव में भाग लिया और मुझे उम्मीद है कि यह आखिरी बार नहीं है, यह हर साल होता रहे। रशिया, मास्को से नीलाम्बरी राधा माताजी भी लिख रही हैं उन्होंने पिछले 4 दिन 32 माला का जप किया और अपने घर में कीर्तन का भी आयोजन किया। सतारा से भी भक्त रिपोर्टिंग कर रहे हैं। लातूर से भी सुंदर कृष्ण प्रभु रिपोर्ट भेज रहे हैं कि उन्होंने 14 से अधिक बार हरि नाम संकीर्तन और 12 घंटे नॉन स्टॉप कीर्तन किया। श्रीमती राधिका माताजी कह रही हैं उन्होंने रोज 32 माला का जप किया। ललित मोहन प्रभु ने 64 माला का जप किया, ग्रेटर नोएडा से महादेव प्रभु ने 48 माला का जप किया। गुजरात के सांगली से पंढरीनाथ, ने रिपोर्ट किया कि प्रतिदिन एक लाख से ज़्यादा नए लोगों को हरि नाम के विषय में संदेश भेजे गए हैं यह एक बड़ी रिपोर्ट है। बंगलौर से लक्ष्मीनाथ प्रभु लिख रहे हैं कि प्रतिदिन कॉरपोरेट ऑफिस में जो लोग काम करते हैं, उन्होंने उनके सामने उनके लिए भागवतम पढ़ा। जुहू से कृष्ण लोक प्रभु कह रहे हैं कि उन्होंने 32 माला का जप किया । ये सारे रिपोर्ट पढ़ते समय हमें पदयात्री भक्तों का स्मरण आ रहा है। आल इंडिया पदयात्रा,कानपुर पदयात्रा, महाराष्ट्र पदयात्रा, तिरुपति पदयात्रा और अन्य पदयात्राएं जितनी भी हो रही हैं, हमें हमारे सारे पदयात्रा भक्तों को याद करना चाहिए क्योंकि वे प्रतिदिन रास्ते पर चलते रहते हैं, प्रतिदिन हरि नाम की पुस्तकों का वितरण करते हैं लेकिन विशेष रूप से इस विश्व हरि नाम महोत्सव के दौरान उन्होंने लोगों को जप, नृत्य में भाग लेने के लिए एक अतिरिक्त प्रयास किया। हमें उन्हें याद रखना चाहिए। पदयात्रा भक्तों की जय हो। सांगली से पंडरीनाथ प्रभु काफी गर्व से बता रहे हैं कि उनकी धर्मपत्नी श्रीदेवी माताजी ने विश्व हरि नाम उत्सव के दौरान भगवतगीता के 4 अध्यायों का अध्ययन किया। टोरंटो के राधिका रमण प्रभु जो अब भारत में हैं, उन्होंने अपने परिवार के साथ हरिनाम की महिमा का प्रचार उन लोगों को किया जिनको उसकी आवश्यकता थी, हरिनाम की जरूरत थी जिसे उन्होंने महसूस किया। राधिका रमण को हरिनाम के प्रचार के लिए धन्यवाद, राधिका रमण अभी भारत में हैं। मुझे लगता है कि हमें यहां रुकना चाहिए, यह दर्शन आरती का समय है। अभी भी रिपोर्ट्स आ ही रही हैं, उसका कोई अंत नहीं है। मैं आने वाले सत्रों में इन रिपोर्ट्स के ऊपर कुछ टिप्पणी दूंगा कि कैसे हम सम्भवतः हमेशा के लिए उच्च रह सकते हैं और दूसरों के साथ पवित्र नाम की महिमा को साझा करते रह सकते हैं। यह दान घर से ही शुरू होता है। हम यह भी चर्चा करेंगे कि हम हरिनाम का खुद तो जप करते ही हैं लेकिन किस प्रकार से हम दूसरों के लाभ के लिए चर्चा कर सकते हैं जो कि "परोपकार" है। हम अगले सत्र में विश्व हरि नाम महोत्सव पर टिप्पणी करते हुए निष्कर्ष के विषय में भी चर्चा करेंगे। हरे कृष्ण!

English

25 SEPTEMBER 2019 GLORIES OF WORLD HOLY NAME FESTIVAL. harer nama harer nama harer namaiva kevalam kalau nasty eva nasty eva nasty eva gatir anyatha For spiritual progress in this Age of  Kali , there is no alternative, there is no alternative, there is no alternative to the holy name, the holy name, the holy name of the Lord. (CC Adi lila 7.76) Kanhaiyalal is reporting from Vrindavana that on Holy Name Festival they did six hours kirtan daily and Bhagavatam classes by Sarvabhauma Prabhu.We welcome all of you chanters! We have received a wonderful report from Vrindavana. World Holy Name Festival coordination is a global coordination , GBCs have assigned myself, Janananda Maharaja and Ekalavya Prabhu. Then on our behalf there are coordinators in different continents and countries. I cannot share the names of all those and several posts are also vacant for the same. For India Madhavi Gauri Mataji is communication coordinator and she is based in Delhi. We had some kind of state coordinators Padmamali Prabhu was coordinating, World Holy Name communication coordination providing inspiration to Holy Name efforts in the state of Gujarat and well at local level. There are many of them Parthasarathi Prabhu for Solapur, and like that particularly every town. Can’t say village and of course can’t say all the towns, many towns, many villages have coordinators. I personally came to Vrindavan. Yesterday evening we had a Grand finale kirtana at Krishna Balaram temple in the courtyard of Krishna Balaram temple in association and assistance of Pancagauda Prabhu, President of the temple.We had kirtana in the courtyard of Krishna Balaram temple with lots of temple devotees and visitors that officially we have concluded the World Holy Name Festival. World Holy Name Mahotsav ki Jai! Padmamali Prabhu has sent a quite an extensive report and then, he says this is not everything and he is gonna report more. Report of each, some six temples of Gujarat, their participation in their Nagar sankirtana, their Padayatras, their 64 rounds kirtanas and this and that, there is so much. This you will have to personally read through. It is quite a Mahabharata long, extensive report. Final report from all of you, the participants of World Holy Name Festival, either global coordinators or national coordinators, state level coordinators, regional coordinators, local coordinators, you have to compile your reports along with photographs and/or videos and send them to be uploaded on the World Holy Name Festival website. I don’t know the technical ID or access maybe someone could type and explain how they could upload and where to send their reports. www.worldholyname.org So this could be finally reported to GBCs and ultimately to Pancatattva so all reports whatever has been sent thus far, has been noted. We are not able to. I am not God and you know that, I don’t even remember and I cannot recall or repeat or share all those reports, but be assured that if you have sent the report here it has been noted and we highly appreciate your participation in the World Holy Name Festival and reporting about the festival. Reports are still pouring in, bombarding in, I cannot keep track of this : Mukund Madhav from Hadapsar, Pune. 100 devotees participated in Nagar sankirtana yesterday. In the garden, 150 new devotees chanted. It is Paramatma Prabhu and Caitanya Jivan Prabhu reporting from Jalgaon. And then part of the report is that Ekendra Gaur who chanted 192 rounds yesterday. He was busy 22 hours to complete his 192 rounds. So congratulations, so I think he is, Ekendra Gaur is the top chanter and someone Shrikant Gangul from Ghangur, Bhiwandi near Mumbai was writing something and it wasn't clear. He says he chanted 200 rounds but I am not sure, so Ekendra Gaur seems to be the winner chanting 192 rounds. Then Swarupanand is reporting of a rock show in the market, Greater Noida, 300 participants. I mean those who participate are devotees, not necessarily temple devotees or they already are guests. They are visitors. If they chant Hare Krishna they are all devotees. We are all devotees. All the souls are devotees of Krsna. So he said 300 devotees - temple devotees, congregation of devotees and brand new devotee visitors also. Madhavi Gopi from Thane has chanted 32 rounds or something like that everyday. Jahnavi Ganga chanted a lot of rounds. 52 rounds she is also from Thane. We have taken note of your lots of rounds of chanting. Acknowledging and reading last one hour from time to time I am reading Siromani from Baroda and others chanting. Rohini Jadav is very active in reporting chanting with children. Lots of children chanted because of her. Ojasvini all the way from Russia was chanting 64 rounds every single day, sometimes more than 100. Madhavanandini has chanted extra rounds also from Russia . Who is that from Toronto? Nama Kirtana is originally from Baroda and he is now in Toronto also managed to keep some Nagar sankirtana, going and getting visitors to chant one round in the temple. Srimati Radhika from somewhere chanted 32 rounds. 48 rounds Suchitra Sakhi from Greater Noida. There is also a report from Italy, Nandalal Prabhuji. I saw him. He sent photographs doing the Nagar sankirtana on the streets of Milan. Nagar sankirtana and report. Solapur Parthasarathi Prabhu wrote a report. It was very well planned like in the Gujarat temples, this temple also organised sankirtana, extra japas, walking every single day with participation of congregation of temple devotees. What I specially made note of was there were no rains in Solapur for some time. People were waiting where are the rains? Please send some rains. All the farmers, everyone was awaiting, as soon as the devotees started performing World Holy Name Festival in Solapur, in Nagar sankirtana, from nowhere, the clouds appeared in the cloudless sky. Parthasarathi Prabhu writes they were experiencing clouds hanging right above the temple or where the kirtana was performed and soon there was rain. This happened several times whenever they used to start Nagar Kirtana or 24 hours sankirtana. The clouds gather and it rains so they had a realization of yagyatbhavati parajanyo the result of the yagya, the outcome of the yagya, sankirtana yagya also is parjanya, it rains. So this was first hand experience.Sometimes the rains may pour instantly, on the spot or the rains may happen the next day or next month, so the rains are the result of the sankirtana yajna. Neetu Sharma from Greater Noida chanted. He is just a little boy, just 10 years old and he chanted 24 rounds yesterday and then Hardik Patel from America, originally from Gujarat. Hardik Patel has ended up in America and he bought, some sets of Bhagavatam and was distributing Srimad-Bhagvatam in Atlanta, America.So like that I am sure that there are more reports, I do not remember or also we don’t have so much time to share all those reports. I have a good excuse to say that we have less time, the fact is, I don’t remember because there are so many reports, and I am just overwhelmed and I cannot share all those reports. Ramvijay is writing something. He did nagar kirtana with Mukund Madhav. They say it did not rain while doing kirtana but in Pune also there was rain after doing kirtana and sankirtana. Any other devotees wish to write up quick. Because there is some outstanding report which I missed or was not reported you could do so in a few minutes that are at our disposal. Mahalakshmi is from Shirdhon Maharashtra. 60 devotees did japa. Mahalakshmi is my disciple from my family, blood relations. So Mahalakshmi did that. Syamalangi is also reporting that Bhakti Vriksha celebrated in Dubai and Bhakti Vaibhav course for one week in Dubai and kids chanted. I missed Jayatirtha from Raichur. 2500 participants in kirtana. I missed the report. So we congratulate Jaytirtha Prabhu on celebrating World Holy Name Festival in Raichur. It is in Karnartaka. Also Vaikuntheshwar from Baroda chanted 64 rounds. Sneha Gupta reports four students did 8 rounds of mala. And Solapur had 30 Harinama kirtanas in these 7 days. Jagannath Gangul says he chanted 200 rounds. It took a lot of time. Then Aradhya Madhavi from Baltimore all the way from America started Japa marathon. It started at 4 am like that and it went on for a long time I suppose. Kirtanas, downtown kirtans also, there were many kirtans in the temple for three days. Thank you from Aradhya. Reports from Gondia say thank you for the Holy Name Festival in Gondia. ISKCON Solapur is presenting further details - 2 times 12 hours non stop kirtana. Ratnavali Madhavi is reporting that Bhakti Vriksha from Sector 50…. Reports are not staying on the screen for long because there is a big push from the bottom or somewhere, so we cannot keep track of the long reports coming in. This 12 hour Harinama by Krishna Nama Prabhu. This must be Beed. This was at Baroda. Kaviraj Goswami did 48 rounds and 1hour Bhagavatam reading. So I think it is wonderful, great. We did it , not one person could doit. This was participation of all of you from everywhere, not just from India but all over the world devotees participated and the final score from Bangalore 8300 extra rounds chanted besides 16 rounds. More than 8300 rounds were chanted in Bangalore by the devotees. Antaryami Krishna from Shillong, first year in Assam, he also took part in World Holy Name Festival, this was the first time and I hope this is not the last time Thank you Antaryami. 32 rounds everyday last 4 days, and home kirtanas. There is also Neelambari Radha from Russia ,Moscow. So there is no end to this. Devotees from Satara are reporting. From Latur 14 Nagar Kirtanas, 12 hours non stop kirtana. Radhika 32 rounds. Lalit Mohan 64rounds .Swaha Swaha, all these things taking place in a yagya. My daughter, Amulya can’t talk. She has a talking problem, but she did Japa fluently. Mahadev 48 rounds everyday from Greater Noida. Pandarinath from Sangli Padmamali from Gujarat reports that daily 1lakh people received messages, about Harinam sankirtana. That’s a big report. Read Bhagavatam at corporates everyday, Lakshminath Prabhu from Bangalore. 32 rounds from Juhu Krishnalok and our Padayatras of course, you know all India Padayatra, Kanpur Padayatra, Maharashtra Padayatra, Tirupati Padayatra. They were on the road everyday. They travel for whole year, but especially during this World Holy Name Festival they made an extra effort to get people to participate in chanting, dancing. We should be remembering them. Those first year Padayatris are under going lots of inconvenience to bring the holy name to more towns and more villages. All glories to the Padayatra devotees. Pandarinath Prabhu is proudly announcing that his wife Sridevi read Bhagavad-gita four chapters So Sridevi and Radhika Raman from Toronto earlier were in India and went to preach the glories of the holy name to family members. They are in need of the holy name he realised, so he fulfilled the demand. Fulfilled the supply, as there was a demand. Thank you Radhika Raman for the propagation of the holy name. Radhika Raman is in India now. I think we will read the reports later on and we should stop here , it’s time for greeting the Deities in different temples. And I will make some concluding comments tomorrow about the World Holy Name Festival, on how we could possibly stay high forever and keep spreading and sharing the glories of the holy name with others. Also besides this charity begins at home. Besides, we chant for our own purpose, our own cause and we could keep chanting for others benefit , which is “Paropkar”. We will talk in the next session more about conclusion, putting comments on World Holy Name Festival. Hare Krishna

Russian