Hindi

जप चर्चा दिनांक 26 फरवरी 2020 हरे कृष्णा ! आप सभी लोग अंग्रेजी समझते है! ठीक है, मतलब हिंदी भी समझते है। तो हम लोग 335 सहभागी है। आप सभी का स्वागत है, बधाई हो और धन्यवाद। आप में से कुछ गंभीर जप करने वाले हैं, जो इस सभा में उपस्थित है। हरी बोल!! मेरे पास ज्यादा समय नहीं है, मुझे 10 मिनट के अंदर परिक्रमा में जाना है, अधिवास, में योगापीठ जा रहा हूं। आप सभी की जानकारी के लिए, ये अधिवास है नवद्वीप मंडल परिक्रमा का। तो एक समूह योगापीठ के लिए निकल चुका है, साधारणतया मैं भी आज उनके साथ जाता हूं। लेकिन इस सभा के कारण मैं उनके साथ नहीं गया। क्योंकि मैं इस जप सभा को छोड़ना नहीं चाहता था। इसलिए मैं रुक गया। लेकिन जैसे ही यह जप सभा खत्म होगी, मैं भी उन में जाकर सम्मिलित हो जाऊंगा, मेरी गाड़ी 10 मिनट में या 10 से 15 मिनट में आने वाली है। हरी हरी!! तो कुछ ही दिनों में, शायद 90 या 100 दिन पूरे हो जाएंगे इस जप सभा के। तो कुछ ही दिनों में हम आप लोगों से इस जप सभा की मूल्यवान प्रतिपुष्टि चाहेंगे कैसे हम इस जप सभा में और सुधार कर सकते हैं, यंत्रों के द्वारा और मुख्य तरह से क्या सुधार किया जाए जिससे आपका जप अच्छा हो और गंभीर हो। कुछ दिन पहले मुझे एक भक्त ने लिखा, मैं उसका नाम भूल गया हूं लेकिन वह इस जप सभा में नियमित सम्मिलित होता है उसने कहा महाराज! मैं संकल्प लेता हूं कि मैं अपनी 16 माला का जप सुबह 7:00 बजे से पहले कर लूंगा। तो यह जप सभा का एक परिणाम है इसी प्रकार मैं आप लोगों से भी सुनना चाहूंगा। तो यह किस प्रकार आप की मदद कर रहा है, आप यह मत कहिए की मदद कर रहा है, हरी बोल!! कैसे मदद कर रहा है, क्यों मदद कर रहा है, ये में आप लोगो से सुनना चाहता हूं। आप लोग भी बता सकते है कि आप भी कोई प्लान बना रहे अपने जप को सुधारने के लिए, जैसा कि हम लोग भी आपको रोजाना जप सभा में महत्वपूर्ण उपाय और संकेत देते रहते है। जो की रोजाना अच्छी तरह से हिंदी, रूसी और अंग्रेजी भाषा में अनुवादित की जा रही है। तो आप लोगो को ये अनुवाद पढ़ना चाहिए, आप लोगो का स्वागत है। तो माधवी गौरी एक वेब साइट बनाने जा रही है जहां पर हम इन अनुवादो को पढ़ सकते है। माधवी गौरी इस वेब साइट की विकासक और प्रबंधक है और बहुत सारी वेब साइट भी उन्होंने बनाई है। तो यह पहले से बनी हुई वेब साइट है जिसमे जप सभा की विशेषता को जोड़ा जायेगा, आप लोगो को इस वेब साइट के बारे में सूचित किया जाएगा। तो इस वेब साइट पर आप सभी जप सभा के अनुवादों को पढ़ सकते हैं, हम लोग भी आपकी टिप्पणी, साक्षात्कार और आपकी तैयारी इस जप सभा से संबंधित और आपकी बातो को सुनना चाहेंगे। चैट बॉक्स में मुख्यता प्रणाम, कोटी कोटि दंडवत प्रणाम ही होता है। आज 36 लोगो के संदेश आए है। आप एक बार प्रणाम करते है और कोटि कोटि बोलते है, यदि आप में से कोई पूरे दिन प्रणाम के भाव में रहता है तो उसे बड़ी मात्रा में माना जाएगा। तृणादपि सुनीचेन तरोरपि सहिष्णुना। अमानिना मानदेन कीर्तनीयः सदा हरिः ॥३॥ अनुवाद: स्वयं को मार्ग में पड़े हुए तृण से भी अधिक नीच मानकर, वृक्ष के समान सहनशील होकर, मिथ्या मान की कामना न करके दुसरो को सदैव मान देकर हमें सदा ही श्री हरिनाम कीर्तन विनम्र भाव से करना चाहिए ॥३॥ तो इस प्रकार से हम जप सभा में लिखना, बोलना करते रहते है। लेकिन वह बहुत प्रभावकारी नही है, क्योंकि यह जप का समय है, तो आपको इस समय लिखने या बोलने की जरूरत नहीं है। आप जप सभा के बाद ऐसा कर सकते है, लिखना, टिप्पणी, साक्षात्कार, प्रश्न आदि, इनको प्रसारित कर सकते है। अभी प्रणाली बन रही है तो हम आप लोगो को बता देंगे की तकनीकी तौर पे इसे कैसे किया जाएगा। आपको इसके बारे में सूचित किया जाएगा। भविष्य मैं यह जप सभा और भी परस्पर संवादात्मक होगी, जैसा कि आप कहते है, महाराज ये एक ही तरफ का आदान प्रदान है। आप बोलते है और हम लोगो का मुंह बंद रहता है। हम लोगो को मौन कर दिया जाता हैं। मेने हवाई के अपने गुरुभाई नरहरी से सुना कि वह भी ये जप सभा उपयोग करते है, वो जप सभा नही और कुछ और करते है। तो वो बता रहे थे की उनको विभिन्न सहभागी मिलते है, जो बोलते है, प्रश्न पूछते है, टिप्पणी करते है और वो फिर उनको जवाब देते है। तो इस जप सभा में भी ऐसी कुछ संभावना है जहां पे चुना हुआ व्यक्ति पूरी जप स्क्रीन पे आएगा, जैसा हम किसी आमंत्रित व्यक्ति के लिए करते है। हमको देखना होगा की इस तरह की व्यवस्था हम लोग कैसे कर सकते है। जिस से ऑनलाइन और तुरंत वार्तालाप किया जा सके, और आप में से कोई जैसा की में संबोधित कर रहा हूं, कर सके या बोल सके इस जप सभा पर। तो हम लोग देख रहे है की ये सब नियुक्तियां कैसे की जा सकेगी। तो हमे ध्यानपूर्वक जप करना है, यही हमारा लक्ष्य है। कल हमने एक बहुत ही महत्पूर्ण वाक्य सुना, वैशैकी सखा प्रभु के मुख से, जो पुस्तक वितरण और श्रील प्रभुपाद की पुस्तकों को पढ़ने के लिए, जौर देने वाले समर्थक है। वह अच्छा पढ़ने वाले है और अच्छे निर्देशक है। अच्छा पढ़ने वाले को अच्छा नेता होना चाहिए और अच्छे नेता को अच्छा पढ़ने वाला होना चाहिए। तो उन्होंने कल की सभा में कहा, जहान ध्यान या एकाग्रता जाती है वही शक्ति जाती है। तो जप वह समय है जब हमे सावधान रहना है और जप वह समय है जब हमे असावधान नही रहना है। तो इस प्रकार जब हमारा ध्यान जाता है, जैसे कोई दरवाजे पर है, तो हमारी शक्ति भी जाती है। हम उस व्यक्ति को पूरी तरह से घूरते है, कौन हो तुम, वहां क्यों हो। तो केवल हमारे सोचने की शक्ति ही नही बल्कि हमारी दूसरी इन्द्रियों की एकाग्रता भी उसी दिशा में चली जाती है सूचना को इकठ्ठा करने के लिए। ज्ञान अर्जित करने वाली इंद्रियां ज्ञान को लेकर मन को सूचित करती है फिर बुद्धि भी सम्मिलित हो जाती है जो भेद बताती है की क्या गलत है क्या सही है, यह क्या है, वह क्या है। तो इस प्रकार हमारा शरीर, मन, बुद्धि उसी दिशा में चले जाते है जहां एकाग्रता जाती है। तो इस प्रकार जहान ध्यान या एकाग्रता जाती है वही शक्ति चली जाती है। तो इस प्रकार हम अपने आस पास का उचित वातावरण, उचित संग और सही आसन चुनना है। आसन केवल वह ही नही है जहां आप बैठ ते हो बल्कि आसन वह भी है जहां आप बैठाए जाओगे। जैसे हम मायापुर धाम में है तो धाम भी आसन बन जाता है। जो हमारे आस पास है वह भी हमारा आसन बन जाता है और आसन का हिस्सा बन जाता है। इसलिए बैठने से पहले, बैठना भी आसन है ध्यान जप करने के लिए, लेकिन चलते हुए जप करना आसन नहीं है। इसलिए हम समय समय पर बताते रहते है, तो हमारे पास आसन होना चाहिए, जहां इलाज से बेहतर रोकथाम हो। जो हमे जप के दौरान होने वाली बाधाओं से बचा सके। तो ये सब सोच विचार कर के हमे आसन चुनना चाहिए जहां बिलकुल नहीं या बहुत कम बाधाएं हो। तो इस प्रकार हमारी एकाग्रता इधर उधर न जाए नही तो शक्ति चली जायेगी। हरी हरी!! तो ये छोटे विषय है, तो हमे याद रखना है की जहां एकाग्रता जाती है उसी तरफ शक्ति बहती है। तो हम नही चाहते है की हमारी एकाग्रता कही और जाए बल्कि कृष्ण की और जाए। तो एकाग्री बनो, यह बहुत ही महत्पूर्ण निर्देश है इस विषय के लिए, जप करने वालो के लिए, एकाग्री बनो। तो अगर हम एक शब्द में कहे की हमारा जप कैसा हो, ध्यानपूर्वक। जैसे ही हम असावधान होते है शक्ति बह जाती है। तो यह अभ्यास हमे करना है अपने जप के लिए। तो इस प्रकार हमे और सोचना है, अब में यही विराम देता हूं, योगापीठ के लिए जाना है। आप में से कुछ परिक्रमा में नही जा रहे है? जा रहे है, ठीक है जाओ। नवद्वीप मंडल परिक्रमा की जय!! निताई गौर प्रेमानंदे!! हरी हरी बोल!!

English

Russian