18 अक्टूबर 2020
जपा टॉक
यशोदा दामोदर भगवान आपको अपना आशीर्वाद प्रदान करें। इस समय हमारे साथ 581 स्थानों से भक्त जप कर रहे हैं, दामोदर भगवान इस समय वातावरण में विराजमान हैं और वृंदावन भी इस समय पूरी तरह हमारी चेतना में स्थापित है। आप सभी के मैं जब कमैंट्स देखता हूं की किस तरह आप दामोदर भावना मृत में आनंद पूर्वक गोते लगा रहे हैं। इस प्रकार आप सभी की चेतना बढ़ रही है और आप निरंतर दामोदर भगवान की सेवा में अग्रसर हो रहे हैं। कुछ भक्त बहुत तेजी से वृंदावन की ओर दौड़े जा रहे हैं, बहुत तीव्रता से वृंदावन की ओर जा रहे हैं। अभी कल श्याम लंगी माताजी बता रही थी कि वह आज वृंदावन पहुंच रही हैं, कल और एक माताजी परिक्रमा में थी वह वापस दिल्ली आ गई हैं, उन्हें बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है वह कह रही है कि मेरा शरीर तो दिल्ली आ गया है परंतु मेरी आत्मा तो वृंदावन में ही स्थित है।
इस तरह से दामोदर मास में दामोदर भगवान और वृंदावन की भावना पूरी तरह व्याप्त है। जिस प्रकार से हम रोज भगवान दामोदर को दीप अर्पित करते हैं तो यह भावना और अधिक विकसित होती है इस प्रकार से भगवान दामोदर की चेतना पूरी तरह फैली हुई है यह बहुत सुंदर है। चिंतामणि धाम माताजी जोकि मॉरीशस से हैं वह बता रही थी कि पूरा दिन किस प्रकार वे दामोदर भगवान की लीलाओं से संबंधित वह अपना जीवन जी रही है और किस प्रकार से उन्होंने दामोदर व्रत धारण किया है और प्रतिदिन वे एक अध्याय ब्रजमंडल दर्शन पुस्तक से भी पढ़ती है और ठंडे पानी से ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करती है और जमीन पर सोती है, जबकि उनके घर सोफ्ट मास्टर बेड़ व मिसट्रेस बेड़ भी है। वे ऐसा इसलिए करती हैं उन्होंने ब्रजमंडल पुस्तक में पढ़ा है कैसे जो भक्त ब्रजमंडल यात्रा करते हैं वह बहुत ही सादगी व तपस्या का जीवन जीते हैं जमीन पर सोते हैं व सुबह उठकर ठंडे पानी से नहाते हैं।
माताजी उन्हीं भक्तों का अनुसरण कर रही हैं मॉरीशस में रहकर तथा भगवान दामोदर की सेवा करके उनका चिंतन करके पूरा दिन अपना व्यतीत कर रही हैं। दामोदर व्रत का पालन व अनुशीलन पूरे विश्व भर में हो रहा है यही सुंदरता है इस अंतरराष्ट्रीय श्री कृष्ण भावना मृत आंदोलन की। श्रील प्रभुपाद जी ने भगवान कृष्ण को संसार में सर्वत्र पहुंचा दिया और जीवों के लिए कृष्ण को सुलभ बना दिया। हमारे हार्दिक पटेल प्रभु जो अमेरिका में हैं उन्होंने हमें बताया कि कल पहले ही दिन उन्होंने अपने कॉलेज के कैंपस में दीपदान किया, लगभग 60 से 70 भक्तों ने दीपदान किया और प्रसाद ग्रहण किया। इस प्रकार हम देख सकते हैं कि यह हमारा हरे कृष्ण आंदोलन व दामोदर भावना यत्र तत्र सर्वत्र फैल रही है। जयतीर्थ प्रभु जो कि ब्रजमंडल परिक्रमा में हैं वह भी अपने अनुभव हमारे साथ साझा कर रहे हैं। वे सभी को आमंत्रित कर रहे हैं वृंदावन आने के लिए। इस प्रकार आप सभी के पास आमंत्रण है ब्रज मंडल परिक्रमा में जाने के लिए आप जा सकते हैं, वृंदावन ब्रज मंडल परिक्रमा में अथवा आप जहां भी हैं वहां आप वृंदावन चेतना में रह सकते हैं कुछ भक्तिमय क्रियायें करके या व्रत लेकर या कोई संकल्प लेकर उसमें आप बहुत अधिक जपा कर सकते हैं।
प्रतिदिन भगवान को घी का दिया ऑफर कर सकते हैं इसके अतिरिक्त आप ब्रजमंडल दर्शन पुस्तक पढ़ सकते हैं और दूसरे लोगों को भी दामोदर भावना मृत का दान दे सकते हैं। हो सकता है उनके लिए यह जीवन परिवर्तन करने का टर्निंग प्वाइंट हो, वह एक यू टर्न ले ले यहां से कि अब कृष्ण भावना मृत जीवन जिएंगे उनके अंदर बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। नारद मुनि प्रभु ने अपना रियलाइजेसन शेयर किया है। कल की जपा टॉक सुनकर उन्होंने एक बहुत सुंदर अनुभव किया जिसमें उन्होंने लिखा है, जो लेट्स चेंट टुगेदर फेसबुक पर जाकर आप उसे पढ़ सकते हैं पदमाली प्रभु वह दीनअनुकंपा माताजी उसे डाल सकते हैं जो उनका अनुभव है। आज मैं चेन्नई में हूं कल की रात में यहां आया था। मैं बड़ा अचंभित हूं जिस घर में मैं ठहरा हूं वहां 60 से 70 भक्त उपस्थित थे। वहां उन्होंने दीपदान किया दामोदर अष्टकम गाया। मैं दामोदर अष्टकम नहीं गा पाया क्योंकि मेरा गला ठीक नहीं है।
कुछ भक्तों ने वहां गाया और फिर घी का दिया भगवान को ऑफर किया। कल हमारा जपा टॉक रिकॉर्डेड था क्योंकि मैं तिरुपति बालाजी के दर्शन करने के लिए गया था। वह बहुत ही सुंदर अनुभव है, सुबह के टाइम में बहुत ही अच्छा दर्शन था बालाजी का। हमने बहुत सारे भक्तों व जीबीसी मेंबर्स के साथ दर्शन किया यह बहुत सुंदर दर्शन था। हम बालाजी को बहुत निकट से देख रहे थे और प्रार्थना कर रहे थे और उनका धन्यवाद कर रहे थे कि किस तरह वह हमें इस भवसागर से निकालकर हमें कितना अपना सामीप्य दे रहे हैं। इस प्रकार से मैं इस अनुभव को शब्दों में वर्णन नहीं कर सकता यह बहुत ही दिव्य अनुभव था कि हम बालाजी का सामीप्य प्राप्त कर रहे थे, बहुत निकट से दर्शन कर रहे थे। कल एक और सुंदर घटना घटी। इस्कॉन तिरूपति ने एक पदयात्रा शुरू की जो आंध्र प्रदेश के विभिन्न शहरों व गांव में जाएगी। इसका कल उद्घाटन हुआ। तिरुपति मंदिर में इस यात्रा में निताई गौर सुंदर के बहुत सुंदर विग्रह को रथ पर बैठाया गया है जिसका उद्घाटन जीबीसी के मेंबर्स द्वारा रिबन काटकर किया गया। इस प्रकार इस पदयात्रा पार्टी के लीडर राधा वल्लभ प्रभु हैं जो कि मेरे शिष्य हैं। मैं बहुत प्रसन्न हूं मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं इस्कॉन तिरुपति का जिन्होंने इस पदयात्रा को शुरू किया है। यह आंध्र प्रदेश के लिए बहुत अच्छी शुरुआत है जो कि हरिनाम को नगर नगर व गांव गांव पहुंचाने में बहुत सहयोग दिया है।
यशोदा मैया बहुत ही भाग्यशाली हैं कि दामोदर भगवान उनके पुत्र बनते हैं और उनका स्तनपान करते हैं। कितनी भाग्यशाली है यशोदा मैया वे महाभागा हैं किस प्रकार दामोदर उनके अंगों में खेलते हैं। यशोदा मैया की जय यशोदा का अर्थ है यश और दा अर्थात भगवान के यश का बहुत विस्तार करती हैं और सर्वत्र उनके यश का प्रचार करती हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि दामोदर भगवान की जो लीलाएं हैं वह कितना मन को मोह लेने वाली हैं और यशोदा मैया जो कि कारण है इस मनमोहक लीला की। यशोदा मैया के कारण ही आज विश्व भर में दामोदर भगवान की लीला का यशगान हो रहा है। यहां भगवान का बड़ा विशेष वर्णन है, इस दामोदर लीला के माध्यम से जहां कहां गया है "भक्तरै जीतत्वम" जहां भगवान अपने भक्तों के द्वारा जीते जाने की लीला का निष्पादन कर रहे हैं।
किस प्रकार से भगवान का भक्त भगवान को जीत लेता है, तो यहां पर यशोदा मैया एक प्रकार से जीत गई हैं और उन्होंने भगवान को अपनी भक्ति रूपी रस्सी से बांध लिया है। इस प्रकार की जो लीला है वह भगवान को बहुत प्रसन्नता देने वाली है कि किस प्रकार से एक भक्त उन्हें अपने अधिपत्य में ले लेता है। भगवान को भक्तों की इस तरह की डीलिंग्स बहुत प्रिय है और इससे भगवान का यश गान सर्वत्र फैलता है। अभी आज हम यहीं पर विराम देते हैं। मुझे अभी एयरपोर्ट जाना है। आप सभी बहुत भाग्यशाली हैं जो एक स्थान पर रहते हैं परंतु हमें तो जैसे एक श्राप मिला हुआ है कि हम एक स्थान पर नहीं रह सकते हैं। कल मैं वृंदावन में रहूंगा और आपसे बात करूंगा अगर भगवान की इच्छा रही तो।
हरि बोल
श्रील प्रभुपाद की जय।
English
18th October 2019Alabama, USA Hardik Patel: Alabama devotees has reestablished Vedic Society at University Of Alabama on Oct 15th. Prema Hara European kirtaniyas did kirtan on the first day. There were 60-70 people took prasada. 60-70 people also offered lamp to Lord Damodara. We all seek your blessings to continue this society.
Srimati Radhika Devi Dasi: Maharajj right now I m in Delhi but my soul is in brijmandal. I did 4 day parikrama. I feel out of this world parikrama.
Dubai Shyamalangi devi dasi: Hare krsna gurumaharaj. pls accept my humble obeisances. I am in
taxi on my way to vrindavan from delhi..
Vrajtarini Radha Devi Dasi (Jalgaon): Dandvaat colony me daily ek pariwar ko deepdan karun ghete
Param Brham Das: Dandavat Pranam Gurumaharaj, 4th deep daan carried out at Isanpur,
Ahmedabad on 16th october.
N. Delhi; Nityalila Smriti DD: Gurumaharaj will be going to govardhan parikrama on Sunday
Gr.noi.Mahadev Das: Hare Krishna Srila Gurumaharaj my humble request to you pls pray for Hg svaroop aanand prabhu faster recovery He have a road accident. Hare Krishna srila Gurumaharaj my humble request to you pls pray for Hg svaroop aanand prabhu faster recovery He have a road accident.after this accident he attended daily mangal aarti this morning inspiring for all. Rohini Jadhav pune: Gurumaharaja. 4 mataji ka group hai ham har roj har ek ghar me dipdan
kirtan prasad kar rahe hai Hare Krishna Guru Maharaja! Dandavat Pranam! By my good fortune, I got an official tour to visit Delhi. I am taking 2 days leave for Vrindavan & Govardhan prakrima thereafter. Please bless me.
Rohini Jadhav pune: janvha rani mataji ke ghar hum kirtan karte hai
Jaytirth das Raichur: We are walking in vraj & also hearing vraj mahima by Guru Maharaj This is
real Krsna Consiouness .Jaytirth das
Rohini Jadhav pune: janvha rani mataji,Kaveri katkar mataji,Prabha ashtge,our mai ham milke dipdan kar rahe hai,kirtan kar hai brajmandal parikrsma book padha Solapur Vrajvadhu DD: 30 matajis went for Radha pandarinath and vitthal Rukmini charan darshan deep dan kartik snan in pandarpur dham
Sangli Shantaram Das: Walking around Vraja on foot gives one more time to think and to find out one's real identity. There's no room for false prestige, and no time to envy others.
Pr Godase Ganesh pandharpur dham: gurumaharaj I have completed every day 51 round read b.g sloka and also krishna book depdan every day
Bangladesh- Sankirtan Gaur Das: Giri Govardhan VOICE Tribal Care will celebrate Dwip Daan
and Gita Daan festival with 300 tribal devotees.
Rohini Jadhav pune: ham 4 mataji milke jap kar rahe hai, kirtan karte hai,
prashad dipdan kar rahe hai janvha rani mataji ke ghar
Jaytirth das Raichur: just we are arrived Talvan, Dauji ki jai
Russian
By admin|2020-02-28T04:16:23+00:00October 18th, 2019|Comments Off on Let’s Chant Together 18th October 2019